धनबाद के घने जंगलों के बीच से मोबाइल लगाकर कैसे ठगी करता रहा एक गिरोह,पुलिस ने किया भंडाफोड़

Chief Editor
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IMG-20170714-WA0118बिलासपुर । पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करने वाले एक अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ करने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। इस गिरोह के लोग बैंक अफसर बनकर मोबाइल पर कॉल करके लोगों के साथ ठगी करते रहे हैं। हैरत की बात यह है कि यह सारा काम झारखंड के नक्सल प्रभावित घने जंगलों के बीच से चलता रहा है। इसका खुलासा करते हुए पुलिस ने आठ लोगों को हिरासत में लिया है और उनके पास से बोलेरो गाड़ी के साथ ही नदग रुपए , मोबाइल वगैरह जब्त किए गए हैं।

             
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इसका खुलासा करते हुए पुलिस अफसरों ने शुक्रवार को यहां बताया कि बिनोबानगर स्टेट बैंक कॉलोनी निवासी एक  व्यक्ति के साथ पिछले 30 जून को ठगी हुई थी। उस व्यक्ति ने  सरकंडा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 17 जून को किसी अनजान आदमी ने उनके मोबाइल पर कॉल किया और खुद को बैंक अफसर बताते हुए ATM का डिटेल लिया। थोड़ी देर में उसके मोबाइल पर 1 लाख 33 हजार999 रुपए निकाले जाने की सूचना मिल गई। तब उसे ठगे जाने का अहसास  हुआ और इसकी रिपोर्ट सरकंडा थाने में दर्ज कराई।

पहले भी हुई इस तरह की वारदातों को देखते हुए बिलासपुर के पुलिस कप्तान मयंक श्रीवास्तव ने एडीशनल एसपी-शहर नीरज चंद्राकर, ग्रामीण एडीशनल एसपी अर्चना झा और कोतवाली सीएसपी शलभ सिन्हा की अगुवाई में एक टीम बनाकर साइबर सेल के साथ मिलकर छानबीन करने की जिम्मेदारी दी। इस टीम ने ठगी के शिकार बिनोवा नगर निवासी प्रार्थी के बैंक एकाउंट का स्टेटमेंट  हासिल कर जब जाँच की तो पूरा मामला सामने आया। इससे पता चला कि ठगों ने एकाउंट और एटीएम का गोपनीय पिन – ओटीपी हासिल कर इलेक्ट्रानिक वालेट में रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर लिए और अलग- अलग खातों से  एटीएम के जरिए 1 लाख 33 हजार रुपए  निकाल लिए।IMG-20170714-WA0116

इस कड़ी को पकड़कर छानबीन आगे चली तो सारा मामला खुलता गया। छानबीन से पता चला कि ठगी की रकम झारखंड में धनबाद जिले के सरायढेला स्थित स्टेट बैंक के खाताधारक मुकेश मिस्त्री और देवेन्द्र मंडल के खाते में जमा हुई है। जिसकी निकासी गोविंदपुर, संग्रामडीह,और ताराटांड के अलग- अलग एटीएम बूथ से अलग -अलग एटीएम कार्ड के जरिए की गई है। तब पुलिस को समझ में आय़ा कि कोई संगठित गिरोह इस तरह का अपराध कर रहा है। जो धनबाद जिला के टूंडी थाना इलाके के गांव करमाटांड से संबंधित है।

इसकी भनक लगते ही एक 5 सदस्यीय पुलिस टीम को धनबाद रवाना किया गाया।टीम वहां पहुंचकर पतासाजी करने में जुट गई। नक्सली इलाका और घना जंगल होने की वजह से पुलिस टीम को बड़ी सावधानी के साथ अपना काम करना पड़ा।आखिर इस वारदात के मास्टरमाइंड सहित 8 लोगों को पकड़ने में कामयाबी हासिल हुई। पकड़े गए लोगों मे मुकेश मिस्त्री, देवानंद मंडल , बंदू मंडल, खूबलाल कुमार मंडल, दीपचंद मंडल, महेन्द्र कुमार मंडल, नंद किशोर मंडल और नवीन मंडल शामिल हैं। इनके पास से बोलेरो गाड़ी, 50 हजार नगद 13 मोबाइल और कई पास बुक जब्त किए गए हैं।

पुलिस ने बताया कि यह गिरोह मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में करीब 4 हजार लोगों को मोबाइल के जरिेए ठगी का शिकार बना चुका है। पकडे गए लोगों से पूछताछ जारी है।पुलिस ने बताया कि करमाटांड गाँव 20 से ज्यादा लोग अलग – अलग ग्रुप में ऑनलाइन ठगी  में शामिल हैं। जिनकी पहचान हो गई है। साथ ही धनबाद के पड़ोसी जिले बोकारो, गीरीडीह, हजारीबाग, जामताड़ा के कई गांवों से जानकारी इकट्ठी की जा रही है।जो देश भर में बैंक अफसर बनकर ठगी करते रहे हैं।सभी गांव नक्सल प्रभावित हैं और घने जंगलों के बीच है। लोग वहीं से बैठकर ठगी करते हैं, लिहाजा जाँच -पड़ताल में दिक्कतें स्वाभाविक है।

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