बिलासपुर— जनता कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ विधानसभा के पहले उपाध्यक्ष धरमजीत सिंह ने कहा..संगठन का आदेश को माना जाएगा। यदि संघठन का फैसला होगा तो लोकसभा का चुनाव जरूर लड़ूंगा। हमारी लड़ाई ना केवल भाजपा से बल्कि कांग्रेस से भी है। भाजपा की जुमलेवाज सरकार ने जनता को छला है। प्रदेश कांग्रेस सरकार ने शिक्षाकर्मियों को हताश किया है। पत्रकारों से बातचीत के दौरान धरमजीत ने बताया कि बसपा से हमारा अटूट गठबंधन है। जल्द ही टिकट का एलान भी कर दिया जाएगा।
कोरबा में अजीत जोगी के अनौपचारिक एलान के बाद धरमजीत ने बताया कि अभी बिलासपुर लोकसभा सीट से पार्टी ने किसी चेहरे का फैसला नहीं किया है। यदि जोगी ने कहा है तो निश्चित रूप से उनकी बातों में गंभीरता है। रायपुर,कोरबा और बिलासपुर में जनता कांग्रेस सुप्रीमों प्रत्याशी का एलान जल्द ही करेंगे।
क्या गठबंधन ने फैसला किया है कि बसपा 8 और जनता कांग्रेस प्रदेश के तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी। या फिर मायावती ने बिना परामर्श 8 सीटों के लिए प्रत्याशियों का एलान किया है। सवाल के जवाब में धरमजीत ने कहा कि निश्चित रूप से मयावती ने विचार विमर्श के बाद प्रत्याशियों के नाम का एलान किया है। इसकी जानकारी जोगी को भी होगी। इसमें कोई शक नहीं कि नाम का एलान परामर्श के बाद ही किया गया होगा।
जोगी के एलान के बाद क्या आप बिलासपुर लोकसभा चुनाव में दो दो हाथ करने को तैयार हैं। धरमजीत ने कहा..पार्टी के आदेश का पालन किया जाएगा। पार्टी का यदि फैसला होगा तो चुनाव लडूंगा..यदि नहीं होगा तो उसका पालन किया जाएगा। एक अन्य सवाल के जवाब में धरमजीत ने बताया कि गठबंधन के बीच अटूट जोड़ है। दरार की कोई संभावना नहीं है। इसकी मुख्य वजह हमारा गठबंधन तंग दिल से नहीं..बल्कि खुले दिल से है।
आप और आपकी पार्टी के चुनाव में उतरने से किसको नुकसान होगा। धरमजीत ने कहा सवाल किसकों नुकसान का नहीं बल्कि किसको फायदा होने का है। निश्चित रूप से फायदा हमको होना है। हम चुनाव नुकसान के लिए बल्कि फायदे के लिए लड़ेंगे। हम जीतेंगे भी…प्रदेश हित के मुद्दे को पुरजोर तरीके से हमारे सांसद दिल्ली में रखेंगे।
विधानसभा को गठबंधन को करारी हार मिली। क्या लोकसभा में ऐसा ही कुछ देखने को मिलेगा। जनता कांग्रेस नेता ने बताया कि यह झूठ है कि गठबंधन को विधानसभा में निराशा हाथ लगी है। आज से पहले छत्तीसगढ़ के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ। नई पार्टी को 15 प्रतिशत मत मिले। सात सीट भी जीते। आज से पहले यह कारनामा कभी देखने या सुनने को नहीं मिला। गठबंधन को विधानसभा चुनाव में भारी सफलता मिली है। धरमजीत ने कहा कि हमारी लड़ाई ना केवल भाजपा के जुमलेवाज सरकार से है। बल्कि हमारी लड़ाई कांग्रेस की झूठी सरकार से भी है।
धरमजीत ने बताया कि हमारे मुख्य प्रतिद्वन्दि भाजपा है। इसके अलावा कांग्रेस से भी हमारी लड़ाई है। सत्ता में आने के बाद सरकार 35 किलो चावल नहीं दे पायी है। सरकार बनने के बाद पूर्ण शराबबंदी का वादा को भुला दिया गया है। बेरोजगारी भत्ता पर कांग्रेस सरकार मौन है। एक लाख शिक्षाकर्मी अधर में हैं। पेंसन की राशि में बृद्धि नहीं की गयी है। केन्द्र सरकार का भी यही हाल है। पन्द्रह लाख रूपयों का जनता को अब भी इंतजार है।
आखिर अमित जोगी चुनाव क्यों नहीं लड़ना चाहते हैं। जनता कांंग्रेस नेता ने कहा कि चुनाव लड़ने के अलावा संगठन में बहुत काम होते हैं। संगठन की रणनीति बनाने की भी जिम्मेदारी होती है। अमित जोगी संगठन को मजबूत कर रहे हैं। पार्टी को नई दिशा दे रहे हैं। वह अपना काम बेहतर कर रहे हैं। चुनाव लड़ने और नहीं लड़ने का फैसला पार्टी का है। पार्टी जो भी फैसला लेगी अमित जोगी भी वहींं करेंगे।