धर्मजीत और रेणु का एलान…करेंगे विधानसभा के सामने आमरण अनशन…सरकार पर दागे दस सवाल

BHASKAR MISHRA
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रायपुर— जनता कांग्रेस नेता धर्मजीत सिंह और रेणु जोगी ने केन्द्र और राज्य सरकार पर दस सवाल दागते हुए आमरण अनशन का एलान कियाहै। दोनों नेताओं ने प्रेसवार्ता में कहा कि चित्रकोट में जनता कांग्रेस की जीत के साथ स्थानीय महत्वपूर्ण समस्याओ को लेकर विधानसभा के सामने आमरण अनशन कर पूछे गए सवालों को पूरा कराने सरकार को मजबूर करेंगे।

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                           जनता कांग्रेस नेता धर्मजीत सिंह और रेणु जोगी ने संयुक्त प्रेसवार्ता कर सरकार पर निशाना साधा है। इस दौरान दोनों नेताओं ने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार और वर्तमान कांग्रेस सरकार से  अजीत जोगी के पूछे गए 10 सवालों को दुहराया। जनता कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जब तक स्वास्थ्य कर्मियों और शिक्षा कर्मियों की नियुक्ति नहीं होती और लोहाण्डीगुड़ा, बस्तानार और दरभा में महाविद्यालय खोलने की घोषणा नहीं हो जाती तब तक हमारे प्रत्याशी के विधायक बनते ही विधानसभा के बाहर आमरण अनशन किया जाएगाय़

                  विधायक के रुप में वे अपने वेतन और विधायक निधि की सम्पूर्ण राशि से क्षेत्र में संचालित स्कूलों में गणित, विज्ञान और अंग्रेजी के शिक्षकों का वेतन, तथा क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारने डाक्टरों की पदस्थापना और वेतन भुगतान करेंगे। टाटा ने जिस जमीन को किया था…उस जमीन को सरकार ने प्रभावित किसानों को कागजो में लौटा दियाहै। लेकिन आज भी टाकरागुड़ा, बेलर, बड़ांजी, धुरगांव, छिंदगांव, डाकपाल, बेलियापाल, सिरिसगुड़ा, बरौदा और कुमली की अधिकंश भूमि को शासकीय रिकार्ड में वनभूमि दिखाया जा रहा है जिसके चलते भू-विस्थापित किसान खेती नहीं कर पा रहे है। दुःख की बात है कि दोनों दलों का इस ओर ध्यान ही नहीं है।

                 जोगी कांग्रेस नेताओं ने कहा कि अरण्य ब्राम्हणों की गांव की सामाजिक समरसता बनाने में अहम भूमिका है। उन्हे भू-अधिकार दिलाने के लिए हमारे पार्टी के विधायक बनने पर विधानसभा में निजी विधेयक प्रस्तुत किया जायेगा। माहरा जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करने विधानसभा में प्रस्ताव लाया जाएगा। चित्रकूट उप चुनाव में कोटवारों और पंचायत सचिव अन्य पार्टियों के झंडे हटा रहे है। ग्रामीणों को सत्ता दलके पक्ष में मतदान करने के लिए डराया धमकाया जा रहा है।  पैसा साड़ी और दारु भी खुले आम बांटे जा रहे हैं।  इस पर रोक लगाना जरूरी है।

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