बिलासपुर— जिला और शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के नेताओं ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार नें अपनें कार्यकाल के 12 साल पूरे कर लिये है। यह 12 साल प्रदेश की आमजनता के लिये दुःख दायी और सत्ताधीशो के लिये एशोआराम के रहे हैं। जनता से किये वादे पूरे नही हुए, किसान मरने पर मजबूर हैं। आदिवासी शोषण का शिकार हैं। उद्योगों की हालत खस्ता है। आम आदमी अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा है। इसलिये ये 12 साल प्रदेश के मुख्यमंत्री के लिये धिक्कार से भरा रहा है।
कोटा विधायक रेणु जोगी ने धिक्कार दिवस पर अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री अब अच्छी तरह समझ चुके हैं कि उन्हें अब जनता माफ करने वाली नहीं है। इसलिए अफसरों से आम लोगों को प्रता़ड़ित करने का काम करवाया जा रहा है। रेणु जोगी ने कहा कि मरवाही में जब एक गरीब भूख से दम तोड़ा था उसे स्वाभाविक मौत बताया गया। इसी तरह राजनांदगांव में एक किसान ने फांसी लगाई तो उसे मानसिक रूप से बीमार बताया गया। अब बेलटुकरी में बताया जा रहा है कि मोहन लाल मानसिक रूप से कर्ज को लेकर परेशान था। इतना ही नहीं अफसरों ने घो,ित कर दिया है कि वह किसान नहीं दुकानदार था। रेणु जोगी ने कहा कि ऐसे तर्क बताने के लिए काफी हैं कि सरकार की नैया अब डूबने वाली है। जनता को उनके तमाम काण्डों से रूबरू कराने के लिए ही धिक्कार दिवस मानाया जा रहा है।
संभागीय प्रवक्ता अभय नारायण राय ने कहा कि कांग्रेस नें एक दिवसीय धरना प्रदर्शन और प्रदर्शनी के जरिये सरकार के झूठ को आमजनता के सामनें लाने की कोशिश की है। पिछले 12 साल में प्रदेश सरकार ने अमन की धरती को अपराध का प्रयोगशाला बना दिया है। झीरम घाटी कांड, आंख फोड़वा कांड, गर्भाशाय कांड, धान घोटाला, आउटसोर्रसिंग, महिलाओं पर अत्याचार, किसानों की आत्महत्या, झलियामरी कांड, नान घोटाला, राशनकार्ड निरस्तीकरण, स्मार्टकार्ड घोटाला, प्रदेश सरकार की उपलब्धी है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शहर कांग्रेस अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर ने कहा कि पिछले 12 साल में अखबार के कोई पन्ने खाली नहीं गए जिसमें प्रदेश सरकार की पोल खोल समाचार ना रहा हो। उन्होने कहा कि प्रदेश की जनता तंग आ गयी है। नसबन्दी काण्ड का आरोपियों को बचाया गया। राजेन्द्र तिवारी आत्महत्या काण्ड इसमें से एक है। अब नौकरशाहों को बचाने का प्रयास सरकार कर रही है। बोलर उपस्थित लोगों से बताया कि मुख्यमंत्री संवेदनहीन सत्ता के मद में है। उन्हें अपने अलावा कुछ नहीं दिखाई दे रहा है। उनके निर्वाचन क्षेत्र में ही किसानों नें आत्महत्या की , लेकिन मुख्यमंत्री को उनसे मिलने का समय नही था।
कार्यक्रम को शेख गफ्फार, निगम नेता प्रतिपक्ष शेख नजरूद्दीन, रामशरण यादव समेत कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश सरकार पर अपने संबोधन में जमकर निशाना साधा।