फरसगांव।विकासखंड फरसगांव में नवीन ग्राम पंचायतों का गठन किया गया है।इसके बाद से कहीं-कहीं विरोध के उठने लगा है। ग्राम पंचायत मोदे के सैकड़ों ग्रामीणों ने कोंडागांव कलेक्टर नीलकंठ टेकाम के पास पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। कलेक्टर से मिलकर मोदे-बेडमा को मोदे पंचायत से अलग करने की मांग की।गौरतलब है कि नवीन पंचायत कन्हारगांव गठित होने के बाद मोदे-बेडमा गांव को शामिल किया गया है।
लेकिन मोदे-बेडमा गांव की ग्रामीण कुछ दिन पहले ही जिले के कलेक्टर नीलकंठ टेकाम से मिले और पूर्व के पंचायत मोदे में ही अपने आप को यथावत रखने की मांग की।स्थिति यह हो गई है कि ग्राम पंचायत मोदे वासियों ने भी इस संबंध में जिला कलेक्टर कोंडागांव से गुहार लगाई है कि मोदे बेडमा वासियों को हम पंचायत वासी अपने पंचायत में नहीं रखना चाहते क्योंकि उनके द्वारा जमीन जंगल को उजड़ा जाता है।
उन्हें नवीन पंचायत कन्हारगांव में ही शामिल किया जाए क्योंकि कन्हारगांव और मोदे बेडमा दोनों पास-पास है। इधर नवीन पंचायत कन्हार गांव के ग्रामीणों का कहना है कि मुख्यालय कन्हारगांव होगा तभी नवीन पंचायत स्वीकार होगा।अन्यथा पूर्व के ही पंचायत मोदे में रहना बेहतर होगा।
कन्हारगांव की जनसंख्या लगभग साढ़े छः सौ से ज्यादा है।इसलिए इसका मुख्यालय भी यही होगा। ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से निर्मल नाग, लक्ष्मी भारद्वाज,बलराम,सत्यप्रकाश बिसरू, भारत, दिनेश, उमाकांत ,राहुल, सविता समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे