नगर विधायक ने कहा…लापरवाही ठीक नहीं..संकट कटा नहीं..कोटा से जल्द आएंगे बच्चे..सीएम तक पहुंची सूची

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- नगर विधायक शैलेश पाण्डेय ने लाकडाउन के दौरान आंशिक छूट दिए जाने पर खुशी के साथ ही खिन्नता भी जाहिर किया है। उन्होने कहा कि छूट के दौरान जनता ने जिस प्रकार की लापरवाही की है उसे हरगिज उचित नहीं कहा जा सकता है। क्योंकि इससे कोरोना संकट को बढ़ावा ही मिलेगा। विधायक ने कहा कि अभिभावकों को परेशान होने की बिलकुल जरूरत नहीं है। क्योंकि जल्द ही कोटा राजस्थान में फंसे बच्चों को लाया जाएगा।

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                 एक वीडियों जारी कर नगर विधायक शैलेष पाण्डेय ने खुशी के साथ खिन्नता जाहिर की है। विधायक ने कहा कि पूरे एक महीने तक हमने लाकडाउन का समय काटा। घरों में रहकर कोरोना को चुनौती दी। ऐसा कर हम कोरोना पर जीत हासिल करते हुए भी नजर आए। हालात को देखते हुए प्रशासन ने लाकडाउन में शिथिलता का एलान किया। लेकिन एक दिन पहले आम जनता ने जिस प्रकार का व्यवहार किया….इस बात को लेकर मै बहुत दुखी हूं। जनता को समझना होगा कोरोना संकट का खात्मा नहीं हुआ है। बावजूद इसके बाजार में अनावश्यक भीड़ का होना उचित नहीं है।

              शैलेष पाण्डेय ने कहा  सबने मिलकर लाकडाउन का पालन किया है। परेशानियों का सामना किया है। बावजूद इसके क्यों नहीं समझा जा रहा है कि सोशल डिस्टेंसिग का पालन जरूरी है। लेकिन बाजार में ऐसा कुछ नहीं दिखाई दिया। जिसके चलते जिला प्रशासन ने एक बार फिर सख्त कदम उठाते हुए समय में परिवर्तन किया है। अब लोग सुबह 7 से 1 बजे तक ही बाजार निकल सकते हैं।

                 विधायक ने अपील की है कि जरूरत पड़ने पर ही बाहर निकले। सिर्फ घूमने फिरने के लिए बाहर निकलना ठीक नहीं है। साथ ही अपने आपको सुरक्षित रखने के लिए शासन के दिशा निर्देशों का पालन करना ही होगा। पाण्डेय ने बताया कि बाजार में राशन पानी सब्जी की कमी नहीं है। इसलिए अनावश्यक जल्दबाजी से बचा जाए।

               अपने अपील में विधायक शैलेष पाण्डेय ने कहा बिलासपुर समेत छत्तीसगढ़ के बच्चे कोटा राजस्थान में फंसे है। माता पिता की चिंता स्वभाविक है। लेकिन बताना चाहता हूं कि सरकार ने सभी बच्चों को जल्द ही घर लाने का फैसला कर लिया है। बिलासपुर के 143 बच्चों की सूची कलेक्टर के माध्यम से सरकार तक पहुंच चुकी है। अब सरकार व्यवस्था में लगी है कि कितनी बसों को भेजा जाए..कि बच्चे आराम से सुरक्षित अपने घर लौटे।

              शैलेश ने बच्चों के अभिभावकों से कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। अपनी समस्या को शासन प्रशासन और खुद उनसे साझा कर सकते हैं। परेशानियों को दूर किया जाएगा।

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