बिलासपुर— नमक को लेकर प्रदेश के साथ ही जिले की राजनीति भी गरमा गयी है। सत्ता दल के नेता का मानना है कि नमक का शार्टेज प्रायोजित है। जिला प्रशासन की कड़ाई के बाद भी कालाबाजारी जारी है। जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष विजय केशरवानी ने है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वाकांक्षी योजना की राशन दुकानदार धज्जियां उड़ा रहे हैं। ऐसे लोग सचेत हो जाए और अपनी आदतों से बाज आएं।
कोरोना काल के दौरान प्रदेश में नयी प्रकार की समस्या सामने आ रही है। नमक शार्टेज की जानकारी के बाद जिला और प्रदेश प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं। मामले में जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने प्रायोजित नमक कालाबाजारी करने वालों को सावधान रहने को कहा है।
केशरवानी ने कहा कि गरीबों को मुफ्त में मिलने वाले नमक की कालाबाजारी को लेकर जिला स्तर पर निगरानी समिति बनाई जाएगी। उन्हें अच्छी तरह से जानकारी है कि उचित मूल्य दुकानों पर पिछले डेढ़ दशकों से भाजपा नेताओं का कब्जा है। संक्रमण काल के दौरान अफवाह फैलाकर राज्य सरकार की छवि को खराब करने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं।
बताते चलें कि पिछले तीन दिनों से जिला समेत समूचे प्रदेश में नमक के शॉर्टेज को लेकर जानकारी मिल रही है। थोक और फुटकर विक्रेता नमक के खेल में शामिल हैं। जिलाध्यक्ष ने कहा है कि पता लगाने का विषय है कि आखिर इस षड़यन्त्र कौन लोग शामिल हैं।
नाराजगी जाहिर करते हुए विजय ने कहा कि जब अफवाह के बाद खाद्य विभाग क्या कर रहॉ है। पता लगाया जाएगा। जबकि उन्हें राशन दुकानों की निगरानी को तेज कर देना चाहिए था। मिल रही जानकारी के अनुसार बीते दो दिनों से जिले के राशन दुकानों के सर्वे और बीपीएल कार्डधारकों को नमक नहीं दिया जा रहा है। निश्चित रूप से यह गंभीर विषय है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को ही स्पष्ट कर दिया है कि नमक का पर्याप्त स्टॉक है। इसके बाद भी खाद्य विभाग के अफसरों की लापरवाही समझ से परे है। दुकानों में छापामार कार्रवाई क्यों नहीं की गयी। इसका जवाब उन्हें देना होगा।
लायसेंस करेंगे निरस्त
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा कि ग्रामीण ही नहीं…निकाय सीमा में संचालित दुकानों में कार्डधारकों को नमक की सप्लाई नहीं की जा रही है। नमक को लेकर कार्डधारी लगातार शिकायत कर रहे हैं। दुकानदार शासन स्तर पर सप्लाई नही होने की बात कह रहे हैं। हम लगातार दो दिनों से राशन दुकानों की अपने स्तर पर पड़ताल करा रहे हैं। कार्डधारियों की शिकायत को सही पाया गया है। राशन दुकानदार जानबुझकर झूठी अफवाह फैला रहे हैं। विजय ने उचित मूल्य दुकानदारों को सावधान करते हुए कहा कि मनमानी नहीं चलेगी । सीएम की महत्वाकांक्षी योजना को पलीता लगाने वालों को नहीं छोड़ा जाएगा। दुकानदारों का लायसेंस निरस्त किया जाएगा। लापरवाह खाद्य अधिकारी को भी नहीं बख्शा जाएगा।
अधिकारियों की संलिप्तता से इँकार नहीं
यह जानते हुए भी कि सीएम ने स्पष्ट कहा कि सभी बीपीएल कार्डधारकों को प्रति महीने मुफ्त में नमक की आपूर्ति उचित मूल्य दुकानों से होगी । बावजूद इस प्रकार की लापरवाही में खाद्य अधिकारियों की संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता है। कार्डधारियों को आश्वुास करना चाहता हूं कि हर महीने सभी दुकानों की निगरानी की जाएगी। अगले महीने से सभी कार्डधारियों को अधिकतम दो किलोग्राम चावल रियायत दर पर राशन दुकानों से मिलेगा। इसलिए अफवाह पर ध्यान न दें और ज्यादा कीमतों पर दुकानों से नमक न खरीदें।
विकास खण्ड स्तर पर बनेगी समिति
विजय ने बताया कि उचित मूल्य दुकानों में नमक की अफरा तफरी रोकने और गांवों में किराना दुकानादारों पर लगातार नजर रखनेब्लॉक स्तर पर निगरानी समिति का गठन किया जाएगा। टीम बनाने की जिम्मेदारी ब्लॉक अध्यक्षों की होगी। टीम ब्लॉक स्तर पर काम करेगी।
लोकसभा चुनाव के दौरान भी हुई थी हरकत
विजय ने कहा कि कुछ इसी तरह की हरकत लोकसभा चुनाव के दौरान हुई थी। राशन दुकानदारों ने निर्देश के बाद भी चुनाव के दौरान कार्डधारकों को नमक नही दिए थे। लेकिन राज्य शासन ने तात्कालीन समय अफवाह को नियंत्रित कर लिया। आज एक बार फिर लोकसभा चुनाव की तर्ज पर अफवाह फैलाई जा रही है। इससे जाहिर होता है कि इसे सोची समझी रणनीति के तहत अंजाम दिया जा रहा है। सोची समझी साजिश के तहत तो यह सब नहीं किया जा रहा है।