नर्सिंग कालेज का घेराव..छात्र संघ नेता बनीं प्राचार्य

BHASKAR MISHRA
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IMG-20151128-WA0005बिलासपुर– तीन साल बाद नर्सिंग कालेज में प्रथम वर्ष का रिजल्ट आया लेकिन विवादों के साथ । बिलासा इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग कालेज  छात्राओं ने आज प्रबंधन के खिलाफ जमकर गुस्सा उतारा। छात्राओं ने बताया कि जब हम प्रथम वर्ष में फेल हो गये है तो तीसरे साल की परीक्षा कैसे देंगे। छात्राओं के समर्थन में एनएसयूआई के नेताओं ने मिशन अस्पताल स्थित कालेज पहुंचकर जमकर हंगामा किया।  आक्रोश जाहिर करते हुए  उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

                          बिलासा नर्सिंग के छात्र छात्राओं ने कालेज के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए एनएसयूआई के साथ मिशन अस्पताल के सामने जमकर हंगामा किया। कालेज छात्राओं के अनुसार हम लोग इस समय नर्सिग तीसरे साल की पढ़ाई कर रहे हैं। 2012 में दिये गए प्रथम साल का परीक्षा परिणाम अब निकला है। लगभग सभी छात्रों को फेल कर दिया गया है। ऐसे में हम अपने आप को छला हुआ महसूस कर रहे हैं।

           छात्राओं के अनुसार 2012में  नर्सिंग की प्रथम वर्ष की परीक्षा दी थी। इसके बाद हमने दूसरे साल का भी इम्तिहान दिया। अब तीसरे साल की पढ़ाई कर रहे हैं। नर्सिंग कालेज से जारी हुए 2012 में प्रथम वर्ष के परीक्षा में लगभग सभी छात्रों को फेल कर दिया गया है। छात्रों ने बताया इस दौरान हमने कालेज को लाखों रूपए फीस का भुगतान भी किया है। जाहिर सी बात है कि अब हमारा भविष्य अंधकार में जाता हुआ दिखाई देने लगा है।

             एनएसयूआई  छात्र नेता अमितेष राय ने बताया कि रायपुर से जांच करने पहुंची आयुष टीम के सामने छात्राओं की बातों को रखा है। अमितेष ने बताया कि 2012 में जो छात्राएं प्रथम वर्ष में पढ़ रही थी। वे अब तीसरे साल की तैयारी कर रहे हैं। उन्हें तीन साल बाद फेल का परिणाम दिया जा रहा है। कितना बड़ा धोखा है। इसे समझा जा सकता है।

                अमितेष राय ने बताया कि बिलासा नर्सिंग कालेज में चपरासी से लेकर प्राचार्य तक सभी के सभी लोग भ्रष्टाचार में गर्दन तक धंसे हैं। चुनाव के समय नर्सिंग कालेज की प्राचार्या ने खुद को कालेज छात्र संघ का अध्यक्ष बताया था। समझा जा सकता है कि कालेज में क्या हो रहा है। एक प्राचार्य अभी चंद महीने पहले छात्र संघ की अध्यक्ष थी अब खुद को प्राचार्य बता रही है। अमितेष के अनुसार छात्रों की लड़ाई हम अंत तक लडेंगे।

               एनएसयूआई नेता अमितेष ने बताया कि छात्रों से एडमिशन के समय लोन देने का वादा किया गया था। अब प्राच्रार्य बता रही हैं कि ऐसा किसी प्रकार का कमिटमेंट नहीं किया गया है।  प्रबंधन ने छात्राओं का एटीएम तक गिरवी रखा है। जिन छात्राओं ने फीस देने का विरोध किया उसके एटीएम से प्रबंधन पैसा आहरण कर लेता है। विरोध करने पर छात्राओं को फेल करने की धमकी दी जाती थी।

                  एनएसयूआई के एक अन्य नेता रंजित समेत कई छात्राओं ने बताया कि यहां पढ़ने वाले किसी भी छात्र को  पिछले तीन साल स्कालरशिप नहीं मिला है। मांग करने पर प्रबंधन उन्हें देख लेने की धमकी देता है। एक छात्रा ने बताया कि जो बिलासा नर्सिंग प्रबंधन हास्टल छोड़ने का प्रत्येक छात्र से दस हजार रूपए वसूला जाता है। जबकि वे फीस में ही इसका भुगतान कर देते हैं।

            फिलहाल इस पूरे मामले में एनएसयूआई ने मोर्चा खोल दिया है। आयुष की टीम जांच कर वापस रायपुर पहुंच गयी है। अब निर्णय का इंतजार है। एनएसयूआई नेताओं के अनुसार छात्राओं को न्याय दिलाना उनकी प्राथमिकता में है।

हमारा कोई दोष नहीं

                रिजल्ट में देरी क्यों हुई इसकी जानकारी मुझे नहीं है। हास्टल फीस छात्राओं को देना होता है। हमने एटीएम गिरवी नहीं रखा है। जो छात्राएं फेल हुई हैं। उस मामले में नियमानुसार कदम उठा सकती हैं। लेकिन किसी भी छात्र या छात्राओं से वेवजह वसूली नहीं की गयी है।

                                                                    वर्णितारानी नायर..प्राचार्य..बिलासा नर्सिंग कालेज

भ्रष्टाचार का खुला खेल

          बिलासा नर्सिंग कालेज में भ्रष्टाचार का खेल तीन साल से चल रहा है। किसी को पता नहीं। तीन महीने पहले तक जो कालेज छात्र संघ की अध्यक्ष थी अब वह प्राचार्य है। यह बात गले से नहीं उतरती है। छात्राओं का भविष्य अंधेरे में है। इन सबके लिए कौन जिम्मेदार है। इसकी जांच होनी चाहिए।छात्र संघ की अध्यक्ष यकायक प्राचार्य कैसे बन गयी इस पर जांच जरूरी है।

                                                                       अमितेष राय..एनएसयूआई छात्र नेता।

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