बिलासपुर(रतनपुर)।राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्र-छात्राओं को नशा मुक्ति और शराब बंदी अपने कार्यक्रम में शामिल कर विशेष रूप से यह अभियान चलाना चाहिए। इस अभियान में शराब और इसके दुष्प्रभाव को समाज के हर व्यक्ति बताना होगा, ताकि इस सामाजिक बुराई को हम हमेशा के लिए उखाड़ फेकें। इसके बाद ही हम सभ्य समाज और स्वास्थ्य प्रदेश की स्थापना कर पाएंगे। यह कार्य राष्ट्रीय सेवा योजना ईकाई के विद्यार्थी ही बेहतरी से कर सकते हैं।
ये बातें डाॅ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय के कुलसचिव शैलेष पाण्डेय ने रतनपुर में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के 7 दिवसीय शिविर के समापन अवसर कही। वे डाॅ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय के एनएसएस के विद्यार्थियों द्वारा 17 से 23 फरवरी तक आयोजित स्वच्छता शिविर में विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे।कुलसचिव ने कहा कि विद्यार्थियों को सौभाग्य है कि धर्म और ईश्वर की महामाया नगरी में उन्हें काम करने और सेवा करने का अवसर मिला। इससे विद्यार्थियों के मन में सेवा भावना के साथ श्रद्वा और भक्ति का संचार होगा और जीवन में सकारात्मक विचार आएंगें। यही सकारात्मक विचार की अच्छे कर्म के लिए प्रेरित करते हैं।
पाण्डेय ने कहा कि जिम्मेदार बनाना एक कठिन कार्य है और उस जिम्मेदारी का निभाना उससे भी कठिन कार्य है। एनएसएस के विद्यार्थी समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते है और जिम्मेदारी को निभाते हैं। यह हौसले का काम है। श्री पाण्डेय ने कहा कि विश्वविद्यालय का क्षेत्र वृहद होता है और जिससे जिम्मेदारी भी बड़ी होती है। आज सीवीआरयू के विद्यार्थियों ने यहां 7 दिनों तक सेवा भावना से कार्य कर से साबित किया है कि हमारे विद्यार्थी समाज के प्रति अपनी हर जिम्मेदारी को समझते हैं और उसे निभाने में भी आगे रहते हैं।
सिद्धि विनायक मंदिर में की सेवा
एनएसएस के विद्यार्थियों शिविर के दौरान रतनपुर के सिद्धि विनायक मंदिर में दो दिनों तक हजारों श्रद्वालूओं और संतों की सेवा की। सुबह से रात तक उन्होनें मंदिर के हर आयोजन में भाग लिया। पूजन,भोजन,सफाई, पार्किंग व्यवस्था सहित सभी काम का बीढ़ा उठाया। इस दौरान सभी ने विद्यार्थियों का आशीर्वाद दिया। मंदिर प्रबंधन ने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को सेवाभावना के लिए आभार प्रकट किया।
17 से 23 तक 100 विद्यार्थियों ने लगाया शिविर
हर साल की तरह इस साल भी सीवीआरयू एनएसएस ईकाई के 100 विद्यार्थियों ने धर्मनगरी रतनपुर में 7 दिवसीय स्वच्छता शिविर लगाया। इस दौरान विद्यार्थियों ने मां महामाया देवी मंदिर, प्रांगण का तालाब, गार्डन,हनुमानगढ़ी और रामटेकरी सहित सभी धर्मिक स्थलों में स्वच्छता अभियान चलाया गया। ईकाई के विद्यार्थियों ने इन स्थानों पर सफाई करके लोगों को सफाई बनाए रखने के बारे में जानकारी दी। बीते साल कोटा के ग्राम अमने में 10 दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना का शिविर लगाया गया था। जिसमें 100 विद्यार्थियों ने गांव में अपनी सेवाएं दी।
योग से बौद्धिक चर्चा तक की दिनचर्या
100 विद्यार्थियों ने महामाया नगरी में 7 दिनों तक लोगों को नियमित दिनचर्या भी सिखाई। सुबह 5.30 से 6.30 तक योगा किया गया। इसके बाद6.30 से 8 बजे तक नगर में प्रभात फेरी निकाली गई। जिसमें बेटी बचाओ बेटी पढ़ओ,स्वच्छ भारत, पर्यावरण प्रदूषण सहित जन जागृति के नारे लगाते हुए लोगों को इस बारे में जानकारी दी गई। इसके साथ छात्राओं ने महिलाओं से चर्चा करके लिए क्षेत्र की समस्या के बारे में समझा और निदान भी बताए।