बिलासपुर—झीरम कांड प्रतिपरीक्षण में दीपक कर्मा के असली और फ़र्ज़ी आदिवासी के बयान पर जनता काँग्रेस छत्तीसगढ़ ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। जोगी ब्रिकेड के नेताओं ने दीपक और छविंद्र कर्मा को कटघरे में खड़ा किया है। जिला अध्यक्ष संतोष दुबे और प्रदेश सचिव ज्ञानेंद्र उपाध्यायए,जीतू ठाकुर,समीर अहमद और प्रवक्ता विक्रान्त तिवारी ने दीपक कर्मा के खिलाफ संयुक्त बयान जारी किया है। जकाँछ नेताओं ने कहा कि हम शहीद बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा की इज़्ज़त करते हैं। सियार की नहीं….।
जकांछ के नेताओं ने बताया कि दीपक कर्मा और छविंद्र कर्मा ने महेन्द्र कर्मा की छवि को धूमिल किया है। टाइगर के घर एक नही दो.दो सियार रहते हैं। कमजोरों का शिकार करते है…खुद ही रोते हैं। 22 अक्टूबर 2016 में जगदलपुर के संगवाल के रहने वाले लक्ष्मण ने पुलिस और मीडिया को बताया कि उसे ओर उसके परिवार को छविंद्र कर्मा अगवा कर दोरनापाल में रखा था । किसी तरह जान बचा कर भागा। लेकिन बीवी बच्चे कर्मा परिवार के कब्जे में थे। जिन्हें पुलिस ने छुडाया। इस घटना से साबित हो गया कि कथित असली आदिवासी परिवार टाइगर के जाने के बाद आदिवासियों पर अत्याचार कर रहा है।
जकाँछ नेताओं ने कहा कि दीपक कर्मा सहानभूति की राजनीति बन्द करें। आदिवासियों पर अत्याचार होते रहे औऱ तब दीपक कर्मा ने एक भी बड़ा जन आंदोलन नही किया। काँग्रेस भाजपा गठबंधन का फर्ज़ निभाते रहे। आदिवासियों की हक़ की लड़ाई लड़ने वाले जोगी परिवार हर बार आंदोलन कर आदिवाससियों को जगाया है। सुनकर हंसी आती है कि भाजपा सरकार को बचाने बस्तर का सियार असली और नकली आदिवासी का बयान दे रहा है।
जकाँछ नेताओं ने कहा कि आदिवासियों के असली और नकली का तमगा छोड़ गरीब आदिवासियों की मदद करें। अत्याचार बंद करें…तभी बस्तर टाइगर शहीद महेंद्र कर्मा को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।