नायब तहसीदार कोरोना पाजीटिव.. कोविड 19 अस्पताल में भर्ती..प्रशासन में हड़कम्प..रेलवे स्टेशन में था तैनात

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— देर शाम प्रशासन में हड़कम्प मच गया जब जानकारी मिली कि बिलासपुर में पदस्थ नायब तहसीलदार कोरोना पाजीटिव पाया गया है। नायब तहसीलदार ने तीन दिन पहले ही सर्दी खांसी की शिकायत पर पीसीआर टेस्ट कराया था। आज शाम बिलासपुर पहुंची । खबर मिलते ही प्रशासन में हड़कम्प मच गया। जानकारी हो कि नायब तहसीलदार की ड्यूटी कोरोना काल में रेलवे में प्रवासी मजदूरों के बीच थी। 

          देर शाम प्रशासन में हड़कम्प मच गया। जानकारी मिली कि कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा का एक अधिकारी कोरोना पाजीटिव पाया गया है। नायब तहसीलदार बिलासपुर में पदस्थ है। फिलहाल उन्हें कोविड 19 अस्पताल में भर्ती किया गया है।  नायब तहसीलदार प्रवासी मजदूरों की सेवा में रेलवे स्टेशन में तैनात थे।

 किसी प्रकार की सुविधा नहीं 

                 जानकारी हो कि प्रवासी मजदूरों की व्यवस्था करने में नायब तहसीलदार की ड्यूटी रेलवे स्टेशन में लगायी गयी थी। इस दौरान ज्यादातर अधिकारियों के पास मास्क की भी सुविधा नहीं थी। बावजूद इसके अधिकारी प्रवासी मजदूरों के सीधे सम्पर्क थे। अधिकारियों का मानना है कि नायब तहसीलदार की रिपोर्ट के बाद यदि कोरोना पाजीटिव अधिकारियों की संख्या बढ़ जाए तो कोई आश्चर्य नहीं होगा। 

              जानकारी हो कि जो भी अधिकारी कोरोना काल के प्रारम्भिक समय में प्रवासियों की सेवा में तैनात थे। किट तो दूर उनके पास  मास्क भी नहीं था। ज्यादातर अधिकारी गमछा और रूमाल के सहारे नाक मुंह बांधकर अपनी सेवाओं को अंजाम दे रहे थे। अन्त में वही हुआ जिसका अन्देशा था। नायब तहसीलदार के कोरोना पाजीटिव पाए जाने के बाद प्रशासन की परेशानी बढ़ गयी है।

अधिकारियों में नाराजगी

           कुछ अधिकारियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि हम लोग जान हथेली पर रखकर काम कर रहे हैं। हम एक साथ कई मोर्च पर हैं। शासकीय कामकाज के अलावा प्रवासी मजदूरों से लेकर जनसामान्य के सम्पर्क में है। जाहिर सी बात है कि कई लोगों के सीधे सम्पर्क में है। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि कोरोना पाजीटिव नायब तहसीलदार बहुतों के सम्पर्क मे आया होगा। फिर कोरोना चैन बढ़ी ही होगी। जबकि नायब तहसीलदार की ट्रैवलिंग हिस्ट्री भी नहीं है। इसका अर्थ है कि  प्रवासी मजदूरों के सम्पर्क में आने के बाद संक्रमित हुए हैं।

कोरोना टेस्ट बहुत जरूरी

            अधिकारी ने बताया कि ज्यादातर अधिकारियों और कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट नहीं हुआ है। इसलिए खतरा सबके लिए है। चाहे वह किसी भी विभाग का अधिकारी क्यों ना हो। सम्पर्क मेंआने के बाद वह या तो रोग बांटेगा या फिर लेगा। यहां भी ऐसा ही हुआ है।अभी तक हमें कोरोना वारियर्स कहा जा रहा है। अब बारी वारियर्स की है। इसलिए कोरोना काल में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों की सुरक्षा बहुत जरूरी है।

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