बिलासपुर—परिसीमन के बाद रेलवे के सात वार्ड को मिलाकर दो वार्ड बनाए गए। एक वार्ड सामान्य तो दूसरा ओबीसी के खाते में गया है। जाहिर सी बात है कि रेलवे परिक्षेत्र से पिछली पंचवर्षीय कार्यकाल में कुल 7 भाजपा के पार्षद चुनकर निगम पहुंचे। इस बार दो ही पार्षद निगम पहुंचेंगे। गणित 2-0 , 2-1 या 1-1 हो सकता है। लेकिन रेलवे से पार्षदों की संख्या दो ही होगी।
परिसीमन के बाद रेलवे के सात वार्डों को जोड़कर दो वार्ड का गठन किया गया। वार्ड का अंकगणित नाम 69 और 70 दिया गया। अब तक रेलवे परिक्षेत्र में 60,61,62,63,64,65,66 यानि कुल सात वार्ड हुआ करते थे। वार्ड 60,61,62 को मिलाकर वार्ड 69 बनाया गया। जबकि वार्ड ,63,64,65 और 66 को एक कर वार्ड 70 बनाया गया।
पिछले पंचवर्षीय कार्यकाल में गणेशमंदिर वार्ड 60 से प्रकाश यादव,वार्ड 61 से मीना उरांव और वार्ड 62 से अजय फ्रांसिस ऊर्फ सुब्बाराव जीतकर कर निगम पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि इस बार तीन वार्ड को जोड़कर बनाए गए वार्ड 69 से भाजपा प्रकाश यादव ऊर्फ बंटी को चुनाव मैदान में उतारने का पूरा फैसला कर लिया है। बंटी यादव की तैयारी भी जोरो पर है। बंटी यादव मेयर किशोर राय के एमआईसी सदस्य रह चुके हैं। संगठन के साथ क्षेत्र में अच्छा सम्पर्क भी है।
जानकारी यह भी मिल रही है कि संगठन ने रामाराव को इशारा कर दिया है कि उन्हें टिकट के लिए नहीं दौड़ना चाहिए। बावजूद इसके रामाराम का पुराने तीनों वार्ड में धुंआधार जनसम्पर्क अभियान जारी है। रामाराव का दावा है कि संगठन ने ऐसा कुछ इशारा नहीं कहा है। जब टिकट की बात होगी…तब होगी…फिलहाल जनसम्पर्क चलता रहेगा। रामाराव ने दावा किया है कि चुनाव तो लड़ना ही है। जनता का समर्थन लगातार मिल रहा है। जनता पांचवी बार भी पार्षद बनाएगी। बाकी बातें संगठन पर है।
इधर कांग्रेस नेता अभिलाष रजक ऊर्फ मोनू का दावा है कि सालों से क्षेत्र में चुनाव कार्यों में हिस्सा लिया। लोगों से लगातार सम्पर्क में भी रहा। संगठन के बड़े नेताओं से भी आशीर्वाद मिल गया है। टिकट मिला तो दोनों की लड़ाई में कांग्रेस को ही फायदा होगा। उनका जनसम्पर्क सहायक साबित होगा।