बिलासपुर—- सुबह से ही अरपा तट चाटापारा में पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच सैकड़ों मकानों पर एक साथ बुलडोर चला। कई लोगों ने बुलडोजर चलने से पहले लिखित में हटने की सहमति दी। तो कई घर के लोगों ने जमकर हंगामा मचाया। इस दौरान पुलिस और प्रशासन के बीच बचाव के बाद मामला शांत कराया गया।
अरपा तट चांटापारा मंदिर के बगल से सोमवार को सैकड़ों मकानों पर बुलडोजर चला। सुबह से निगम कर्मचारियों ने मकान खाली कराने के साथ सामान शिफ्ट कराया। साथ ही मकानों पर बुलडोजर चलता रहा।
इस दौरान क्षेत्र में तनाव का वातावरण देखने को मिला। लोग अपनी अपनी गाड़ी कमाई के घर को टूटते हुए देखते रहे। बारी बारी से निगम अतिक्रमण दस्ता मकानों को जमीदोज करता रहा। इस दौरान आस पास के क्षेत्र में पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था देखने को मिली।
निगम अधिकारियों ने बताया कि ज्यादातर लोगों ने थोड़ी बहुत प्रतिकार के बाद समझने पर मकान से सामान को बाहर निकाल लिया। सभी लोगों को सामान समेत बंधवापारा अटल आवास में शिफ्ट किया गया।
कुछ लोगों ने जरूर कुछ देर तक मकान तोड़ने का पुरजोर विरोध करते रहे। लेकिन प्रशासन और पुलिस के सामने उनकी एक नहीं चली। मजबूरी में उन्होने भी सामानों को घर से निकाला। निगम दस्ता ने सामान निकालने में मदद भी की।
इस दौरान पल पल की गतिविधियों जायजा लेने नियमित अन्तराल पर निगम और जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचते रहे।
निगम अधिकारियों ने बताया कि सभी बेहतर स्थिति में घर दिया जा रहा है। जिनका परिवार बड़ा है उन्हें अतिरिक्त घर आवंटित किया गया है। एक ही परिवार के पांच छः सदस्यों को अलग-अलग आवास दिया गया। निगम प्राशसन के अधिकारियों ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश पर जरूरत के अनुसार मांग होने पर परिवारों को मकान दिया गया है। सबकी इच्छाओं का सम्मान हुआ है। ज्यादातर लोगों ने स्वैच्छा से सामान घर से निकाला और उन्हें सामान के साथ नए आवास तक पहुंचाया गया।
निगम इंजीनियर ने बताया कि सामान परिवहन से लेकर खाने पीने की व्यवस्था निगम प्रशासन की तरफ से निशुल्क किया गया है। वहीं थाना प्रभारी परिवेश तिवारी ने बताया कि कहीं कोई अशांति की स्थिति नहीं बनी। हां कुछ लोग बाहर से जरूर विरोध करने पहुंचे। लेकिन उन्हें मौेके पर आने से रोका गया। ऐसे लोग स्थानीय लोगों की भावनाओं को भड़काने का प्रयास किया।
परिवेश तिवारी ने बताया कि देर रात स्थानीय पार्षद को गिरफ्तार करने के बाद आइसोलेट कर रखा गया। बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। साथ ही दोपहर बाद उन्हें फिर पकड़कर पुलिस सुरक्षा में घंटो रखा गया।