रायपुर-कल लोकसभा में तीन तलाक का बिल पास हो गया। लोकसभा में विपक्ष के नेताओं ने तीन तलाक पर जेपीसी के गठन की उचित मांग की थी लेकिन अपने स्पष्ट बहुमत के कारण मोदी सरकार ने लोकसभा में तो यह बिल पास करवा लिया लेकिन आगे यह बिल राज्य सभा में अटक जाएगा इसमें कोई शंका नही। इसी लिए तीन तलाक पर सरकार की नीयत तो साफ लगती है परंतु नीति स्पष्ट नहीं लगती। यह कहना है जेसीसीजे के प्रवक्ता नितिन भंसाली का। उन्होंने कहा कि जिस तरह से नोटबंदी और जीएसटी के फ़ैसलों पर सरकार की नीतियाँ स्पष्ट नहीं होने के कारण आज तक जनता उनके दुष्परिणामों को झेल रही है और हाल ही में हुए 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने भी इसका दुष्परिणाम झेला है। परंतु उसी तरह से अब लोकसभा चुनाव से पहले लोकप्रियता बटोरने के लिए मोदी सरकार अपनी हठी प्रवृत्ति के कारण यह तीन तलाक का बिल पास करना चाहती है लेकिन यह भी उनके लिए हानिकारक ही साबित होगा।
नितिन भंसाली ने कहा कि सरकार का फर्ज़ है कि वो विपक्ष के नेताओं की भी राय ले क्योंकि वे भी जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि हैं लेकिन सत्ता के मद में मोदी सरकार को सही गलत में फर्क नहीं दिखाई दे रहा है। नितिन भंसाली ने कहा कि हम नारियो के सम्मान में तीन तलाक बिल का समर्थन करते हैं लेकिन उसमें कुछ उचित बदलावों के बाद।