नईदिल्ली।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की चौथी बैठक आज शुरू हो गई है। इस बैठक में जारी बयान में पीएम मोदी ने कहा, ‘नीति आयोग गवर्निंग काउंसिल एक ऐसा मंच है ‘ऐतिहासिक बदलाव’ ला सकता है। बाढ़ ग्रसित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आश्वसन दिया है कि ऐसी स्थिति से निपटने के लिए केंद्र उन्हे सभी तरह सहायता मुहैया करायेगा।’ पीएममोदी ने कहा कि नीति आयोग गवर्निंग काउंसिल में सहकारी, प्रतिस्पर्धी संघवाद की भावना से ‘टीम इंडिया’ के तौर पर सरकार के जटिल मुद्दों पर चर्चा की जाती है। उन्होंने जीएसटी के सुचारू रोलआउट और कार्यान्वयन का एक प्रमुख उदाहरण बताया। इस बैठक में शामिल आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने राज्य विभाजन, विशेष श्रेणी की स्थिति, पोलावारम परियोजना जैसे मुद्दे उठाये।
नोटबंदी और जीएसटी का मुद्दा भी उठाया गया। दो दिन चलने वाली इस बैठक में राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों के उप राज्यपाल और कैबिनेट मंत्री हिस्सा ले रहे है। ये बैठक राष्ट्रपति भवन में चल रही है।
दो दिन चलने वाली इस बैठक में राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों के उप राज्यपाल और कैबिनेट मंत्री हिस्सा ले रहे है। ये बैठक राष्ट्रपति भवन में चल रही है।बैठक में गैर-बीजेपी शासित कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्र बाबू नायडू, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह मीटिंग में शामिल हुए है।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, अरुणाचल प्रदेश के सीएम पेमा खांडू, असम के सीएम सरबंदा सोनावाल और बिहार के सीएम नीतीश कुमार, छत्तीसगढ़ के सीएम रमन सिंह और मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान भी शामिल है।इस बैठक में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, मेनका गांधी और राधा मोहन सिंह भी मौजूद हैं।
केजरीवाल नहीं ले रहे हिस्सा
नीति आयोग की इस बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हिस्सा नहीं ले रहे है। बता दें कि केजरीवाल पिछले सात दिनों से बैजल के आफिस धरने पर बैठे हैं।माना जा रहा है कि चार राज्यों के मुख्यमंत्री इस मामले को पीएम मोदी के सामने उठा सकते है। सबकी नजर इस मुद्दे पर पीएम मोदी की प्रतिक्रिया पर टिकी है।
किसानों और न्यू इंडिया 2022 पर चर्चा
आपको बता दें कि गवर्निंग काउन्सिल की बैठक में सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं आयुष्मान भारत, राष्ट्रीय पोषाहार मिशन, मिशन इंद्रधनुष, जिलों के विकास के अलावा महात्मा गांधी की 150वीं जयंती समारोह जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होने की उम्मीद है।