नईदिल्ली।पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को 11,300 करोड़ रुपये का चूना लगाने वाले नीरव मोदी और उसके मामा व गीतांजलि समूह के मालिक मेहुल चोकसी पर जांच एजेंसियों का शिकंजा जारी है।अब जल्द ही प्रवर्तन निदेशालय ‘घोटालेबाज’ नीरव और मेहुल के विदेशों के बिजनेस और संपत्तियों के ब्योरे के लिए 15-17 देशों को न्यायिक निवेदन भेजेगा।आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, ‘जांच एजेंसी मुंबई की अदालत से लेटर्स रॉगेटरीज (एलआर) लेगी। जिसके बाद उसे 15 से 17 देशों को नीरव मोदी, उसके मामा मेहुल चोकसी और अन्य के बारे में जानकारी के लिए भेजेगी।’
उन्होंने कहा कि संपत्तियां और आय के स्रोत की जांच की जाएगी और अगर उनका संबंध किसी भी तरह से पीएनबी घोटाले से पाया गया तो उन्हें भी मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत अटैच किया जाएगा।आपको बता दें कि सीबीआई ने 14 फरवरी को हीरा कारोबारी नीरव मोदी, पत्नी एमी, भाई निशाल, मामा मेहुल चोकसी और उनकी कंपनियों- डायमंड आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट्स और स्टेलर डायमंड के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
नीरव मोदी व उसका परिवार और मामा चोकसी जनवरी के शुरुआती सप्ताह में देश छोड़कर जा चुके हैं।प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को नीरव मोदी की 523.72 करोड़ रुपये की 21 अचल संपत्तियों को जब्त किया है।इन जब्त संपत्तियों में मुंबई के अलीबाग में समुद्र किनारे स्थित एक फॉर्म हाउस (42.70 करोड़), महाराष्ट्र के अहमदनगर में 53 एकड़ में फैले एक सौर ऊर्जा संयंत्र (70 करोड़), अहमदनगर में ही एक और 135 एकड़ (2.20 करोड़) की संपत्ति जब्त की है। इसके अलावा मुंबई और पुणे में 408.82 करोड़ रुपये की आवासीय संपत्तियां और कार्यालय जब्त किए गए हैं।
ईडी ने शुक्रवार को कहा था कि उसने हीरा कारोबारी नीरव मोदी के बैंक खाते और 43 करोड़ रुपये कीमत के शेयर जब्त किए हैं।ईडी ने नीरव मोदी के 7.80 करोड़ रुपये के शेयर और म्युचल फंड जब्त कर दिए थे और इसके साथ ही गीतांजलि समूह के मेहुल चोकसी की 86.72 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई थी।