नोटबंदी अभियानः व्यापार विहार में सन्नाटा…सड़कें वीरान

BHASKAR MISHRA
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??????????????????????????????????????????????????? बिलासपुर— नोटबंदी का असर..चारो तरफ है…जो नहीं बोल रहे हैं उन पर तो है ही लेकिन जो बढ़ चढकर कुछ बोल रहे हैं उन पर भी है। मोदी निर्णय का असर जमीन से लेकर आसमान तक है। राजा से लेकर रंक तक है। गांव से लेकर शहर तक हर जगह पिछले एक सप्ताह से घूमा फिराकर नोटबंदी की ही चर्चा है। नोटबंदी का असर कमोबेश सभी पर है। यह अलग बात है कि कुछ लोग बोल रहे हैं तो कुछ किनारे बैठकर चुपचाप तमाशा देख रहे हैं। ऐसे अब नोटों के सरप्लस का इंंतजार कर रहे हैं। फिलहाल व्यापारी वर्ग में कुछ ऐसा ही माहौल है। बिलासपुर व्यापारियों की माने तो सिर्फ दस प्रतिशत व्यापार रह गया है।

             
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                      प्रदेश का सबसे बड़ा थोक बाजार का केन्द्र व्यापार विहार में इन दिनों पिछले एक सप्ताह से सन्नाटा पसरा है। एक सप्ताह पहले यहां दिन में भी पैदल चलने वालों के लिए जगह नहीं होती थी। लेकिन अब यहां कि हमेशा व्यस्त रहने वाली सड़कें क्रिकेट मैदान की तरह साफ हैं। बच्चे चाहें तो यहां दिन से लेकर शाम तक क्रिकेट खेल सकते हैं। दर असल नोटबंदी एलान के बाद व्यापार विहार पूरी तरह से बदल सा गया है। कमोबेश सभी दुकान खुले हैं…लेकिन दुकानों में ग्राहक इक्का दुक्का ही दिखाई देते हैं। बावजूद इसके व्यापारियों को भरोसा है कि पचास दिन बाद व्यापार में तेजी आएगी। सब कुछ सामान्य हो जाएगा।

              IMG-20161116-WA0226 व्यापार विहार व्यापारी संघ के पूर्व अध्यक्ष कमल विधानी ने बताया कि इस समय व्यावसायियों की हालत ठीक नहीं है। नोटबंदी एलान के बाद व्यापार में तेजी से गिरावट आयी है। ऐसा लगता है कि सब कुछ ठहर सा गया है। नगदी व्यापार पूरी तरह से ठप हो गया है। हमेशा गुलजार रहने वाला व्यापार विहार अब वीरान हो गया है। किसी के पास नए नोट नहीं हैं। जाहिर सी बात है कि इसका असर व्यापार पर भी पड़ेगा। जब खरीदार नहीं है तो व्यापार तो प्रभावित होगा ही। इस समय बमुश्किल 15 से बीस प्रतिशत का व्यापार हो रहा है। नगदी नहीं बल्कि सब कुछ विश्वास पर हो रहा है। आवक जावक रूक चुकी है। एक सप्ताह पहले सांस लेने की फुर्सत नहीं थी। लेकिन आप देख सकते हैं कि सभी व्यापारियों के पास अब समय ही समय है…।

             बावजूद इसके कमल विधानी ने नोटबंदी अभियान का स्वागत किया है। उन्होने बताया कि अभियान के बाद व्यापार में तेजी आएगी। रूके हुए पैसे भी निकल आएँगे।

                  व्यवसायी जे.पी.मित्तल ने बताया कि नोटबंदी अभियान से प्रदेश का सबसे बड़ा व्यापारिक केन्द्र का व्यवसाय सात से दस प्रतिशत तक सिमट गया है। दोपहर में भी सड़के गुलजार रहती थीं। लेकिन नोटबंदी अभियान के बाद सड़कें क्रिकेट पिच बन गयी है। इक्का दुक्का लोगों के माल आ रहे हैं। पहले के आर्डर दिए हुए हैं। अभी किसी के पास रूपए नहीं हैं। पूरा विश्वास है कि जैसे ही बैंक में सरप्लस रूपए हो जाएंगे व्यापार पहले की तरह दौड़ने लगेगा।फिलहाल व्यापार और व्यापारियों की हालत ठीक नहीं है। अभियान से कालाधन जरूर निकलेगा। IMG-20161116-WA0227

                                       जेपी मित्तल ने बताया कि नोटबंदी से कालेधन वाले व्यापारियों की छटनी हो जाएगी। यदि अभी नहीं होगी तो जीएसटी आने के बाद कालाधन से व्यापार करने वाले वाले खुद बखुद बाहर हो जाएंगे। इस समय व्यापार जो थोड़ा बहुत कुछ चल रहा है वह भी बिना लेन देन के विश्वास पर जिन्दा है। मित्तल ने कहा कि नोटबंदी अभियान में बिलासपुर का कोई व्यापारी नहीं आएगा। अभियान से वे लोग प्रभावित होंगे जो नोट के बिस्तर सोते हैं। जिन पर करोड़ों का टैक्स लगता है। ऐसा व्यापारी फिलहाल बिलासपुर में कोई नहीं है। लेकिन विश्वास है कि व्यापार में तेजी आएगी..बैंक को फुलफिल होने का बस इंतजार करिए। सब कुछ सामान्य हो जाएगा। मित्तल ने कहा कि समय परीक्षा की है…अपनों की भी है और बाजार की भी।

          sunilव्यापार विहार व्यापारी संघ के अध्यक्ष सुनील कुमार सोन्थलिया ने बताया कि व्यापारी परेशान हैं। लेकिन विश्वास है कि सब कुछ ठीक हो रहा है। कालेकारोबारियों पर नोटबंदी अभियान का असर पड़ेगा। व्यापार विहार में माल तो है लेकिन खरीददार नहीं है। बिलासपुर का व्यापार विहार प्रदेश की बड़ी मंडिया में से एक है। आठ नवम्बर के बाद यहां सन्नाटा पसरा है। बावजूद इसके वाजार हो रहा है। लेकिन उसी के साथ जिन पर लोगों का विश्वास है। उम्मीद है कि पैसे वापस आएँगे। नुकसान सिर्फ व्यापारियों को ही नहीं आम जनता को भी है। जब रूपए नहीं होंगे तो सामान कहां बिकेगा।

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