नोटबंदी के बाद देश को मिला साढ़े चौदह लाख करोड़–उरावं

BHASKAR MISHRA
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digitall mela  (3)बिलासपुर—केन्द्रीय अनुसूचित जनजाति मंत्री जुएल उरांव के मुख्य आतिथ्य और केन्द्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण राज्य मंत्री सी.आर. चैधरी की अध्यक्षता में लखीराम स्मृति आडिटोरियम में डिजिधन मेला और जिजिटल लकी ड्राॅ योजना का शुभारंभ हुआ। अनुसूचित जनजाति मंत्री जुएल उरांव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 25 दिसंबर को दिल्ली में डीजीधन मेला का शुभारंभ कर कैशलेस डिजिटल ट्रांजेक्शन को प्रोत्साहित किया।

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डिजिधन मेला देश के 100 महानगरों में आयोजित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने डिजिटल कैशलेस योजना ने जनधन योजना से प्रारंभ किया था। आधार कार्ड को इस फ्रेम में जोड़ना दूसरा फेस था। डिजिटल इंडिया कैशलेस का होने से देश का विकास 5 गुना अधिक होगा।  उन्होंने कहा कि योजना के पूर्व देश में करों के माध्यम से साढ़े तीन लाख का कलेक्शन होता था।एक लाख करोड़ पेंशन और वेतन में खर्च होता था। एक लाख करोड़ आंतरिक सुरक्षा समेत अन्य व्यय में होता था। डेढ़ लाख करोड़ में 50 हजार करोड़ बचत और एक लाख करोड़ में प्रधानमंत्री सड़क योजना समेत अन्य विकास कार्यों में खर्च किया जाता था।

            उरांव ने बताया कि देश में करों के माध्यम से नोटबंदी अभियान के दौरान साढ़े 14 लाख करोड़ जमा हुअा।  पूर्व के साढ़े 3 लाख करोड़ राशि के साथ इस सिस्टम से 5 लाख करोड़ भारत सरकार का आय होने वाला है। पहले एक लाख करोड़ राशि विकास के लिए व्यय होता था अब 5 गुना अधिक विकास में खर्च होगा। इस समय बैंकों के पास इतना रूपया हो गया है कि उन्हें लोन देना ही पड़ेगा और अब वे बुलाकर लोन देंगे। 10 लाख तक की राशि के लिए गारेन्टर की जरूरत नहीं है। देश आर्थिक दिशा में प्रगति कर रहा है। परिवर्तन में सब की भागीदारी जरूरी है।digitall mela  (4)

                       कार्यक्रम को केन्द्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री सी.आर. चौधरी ने संबोधित किया। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री  मोदी ने शपथ लेते ही देश के इकानामी को सुदृढ़ करने का काम किया । सबका साथ सबका विकास को लेकर चल रहे हैं। जनधन योजना की शुरूआत से प्रारंभ कर दी गई थी। पंचायतों को डिजिटल इंडिया के तहत् आप्टिकल फाइवर-हाई-फाई से जो़ड़ंने का कार्य किया। चैधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री की सोच है कि मैं अपने लिए नहीं, बल्कि देश के लिए करता हूं। कैशलेस से सारा रूपया अब बैंकों के माध्यम से चलन में होगा। डिजिधन में लकी ड्रा 15 हजार लोगों को पुरस्कार देना यह लोगों आदत डालने प्रोत्साहित करने के लिए की गई है।

                       नगरीय प्रशासन, उद्योग एवं वाणिज्यिककर मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा कि डिजिधन मेला का आयोजन प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया ट्रांजेक्शन में लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए किया गया है। देश का विकास और उसे विकसित राष्ट्र की श्रेणी में लाने के लिए उिजिटल ट्रांजेक्शन पहली आवश्यकता है। देश की जमा राशि को गति में लाना है। इससे देश में रेवेन्यू बढ़ेगी। जमा राशि का उपयोग देश के विकास में होगा। उन्होंने कहा कि संकल्प लें कि कैशलेस ट्रांजेक्शन कर देश के विकास में सहभागी बनेंगे।  इस अवसर पर सांसद  लखनलाल साहू ने भी संबोधित किया।

        digitall mela  (4) कलेक्टर अन्बलगन पी. ने डिजिधन मेला और लकी ड्रा योजना की जानकारी दी। लकी ड्रा योजना लकी ग्राहक योजना का शुभारंभ और रूपे कार्ड का वितरण किया गया। इस अवसर पर डिजिटल कैशलेस योजना के तहत शालाओं महाविद्यालयों और आम नागरिकों के बीच विभिन्न विधाओं पर कराये गयें प्रतियोगिता के लिए पुरस्कृत किया गया। इसके पूर्व डिजिटल भुगतान के संबंध में फिल्म भी प्रदर्शित की गई।

                      कार्यक्रम में विधानसभा उपाध्यक्ष बद्रीधर दीवान, संभागायुक्त निहारिका बारिक सिंह,  पुलिस महानिरीक्षक विवेकानंद सिन्हा, सूचना प्रौद्योगिक सचिव संजय शुक्ला, संचालक नीति आयोग नलिन बसंल, महापौर किशोर राय, सभापति अशोक विधानी, पुलिस अधीक्षक मयंक श्रीवास्तव, जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी जे.पी.मौर्य, अतिरिक्त कलेक्टर कलेक्टर के.डी.कुंजाम समेत भारी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे

 

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