रायपुर। नया शिक्षा सत्र शुरू होने के पहले छत्तीसगढ़ के सभी कॉलेजों में छात्र-छात्राओं और शिक्षकों के लिए एक नया परिवेश विकसित करने की तैयारी शुरू हो गयी है। शौचालयों से लेकर क्लास रूम तक स्वच्छता अभियान चलाकर कॉलेज परिसरों को चकाचक वातावरण दिया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राज्य के सरकारी कॉलेजों में सुविधाओं के साथ-साथ शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए ‘पंचमुखी विकास कार्यक्रम’ की घोषणा की है। इस कार्यक्रम के तहत कॉलेजों में स्वच्छ शौचालय और स्वच्छ पेयजल सुविधाओं के साथ कॉलेजों के रंग-रोगन, अकादमिक ऑडिट और वाई-फाई सुविधा देने का प्रावधान किया गया है।
उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय के निर्देश पर विभाग द्वारा यहां मंत्रालय से महाविद्यालयीन पंचमुखी विकास कार्यक्रम के लिए सभी सरकारी कॉलेजों के प्राचार्यों को परिपत्र में दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। श्री पाण्डेय ने सभी प्राचार्यों से कहा है कि पंचमुखी विकास कार्यक्रम को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. बी.एल. अग्रवाल द्वारा जारी परिपत्र में प्राचार्यों से कहा गया है कि पंचमुखी विकास कार्यक्रम के सभी पांच बिन्दुओं पर नया शिक्षा सत्र शुरू होने के पहले परिणाममूलक कार्रवाई सुनिश्चित कर ली जाए। प्राचार्य इसके लिए अपने जिले के कलेक्टर का भी सहयोग ले सकेंगे। वार्षिक मूल्यांकन पत्रक में प्राचार्यों को इन पांच घटकों में किए गए कार्यों का विवरण भी शामिल करना होगा।