बिलासपुर— व्यापार विहार स्थित त्रिवेणी विहार में आबकारी अधिकारियों के सामने भर्ती में खुलेआम धांधली का खेल चल रहा है। सेल्समैन,गार्ड और मल्टीपरपज पदों के लिए प्लेसमेन्ट एजेसिंया बेरोजगारों से हजारों रूपए का डीडी जमा करवाया रही हैं। जिसके चलते आवेदकों में भारी आक्रोश है। प्लेसमेन्ट एजेंसी अधिकारी ने बताया कि भर्ती में उनकी कोई भूमिका नहीं है। सब कुछ अधिकारियों को तय करना है। हमें तो केवल एक साल तक सेवा देना है। मामले में सवाल का सामना करते ही आबकारी आयुक्त ने अश्लील गाली देना शुरू कर दिया।
मालूम हो कि सरकार ने इस बार आबकारी ठेका बंद कर दिया है। शराब की बिक्री कार्पोरेशन के तहत होगी। तमाम विरोध के बीच तेजी से शराब दुकानों का निर्माण किया जा रहा है। प्रदेश को आठ जोन में बांटकर विभिन्न पदों में अंशकालीन भर्तियां की जा रही है। भर्तियों की जिम्मेदारी प्लेसमेंट को दिया गया है। प्लेसमेन्ट कम्पनियां बेरोजगारों से खुलेआम लूटपाट कर रही हैं। बिलासपुर स्थित त्रिवेणी भवन में सेल्समैन के लिए 239 सेल्समैन पद पर 70 और मल्टीपरपज पद के लिए 71 पदों की भर्तियां की जा रही हैं।
प्लेसमेन्ट एजेंसी की माने तो भर्तियों में उनका बहुत दखल नहीं है। भर्ती का काम आबकारी विभाग को करना है। जो योग्य होगा आबकारी अधिकारी उन्हें प्रशिक्षण देंगे। हमें केवल अपना काम करना है। लेकिन विभिन्न पदों के लिए कंपनी ने आवेदकों से डीमांड ड्राफ्ट की मांग की है।
दूर दराज से पहुंचे बेरोजगारों ने बताया कि आबकारी अधिकारी अपने जेब में डीडी लेकर बैठे हैं। चहेतों को चुनचुन कर बुलाया जा रहा है। सामान्य बातचीत के बाद जेब से डीडी निकालकर जमा कर दिया जाता है। आवेदकों की माने तो हमें तो केवल नौटंकी करने के लिए बुलाया गया है। सलेक्शन किसका होगा सब पहले से तय हो चुका है।
आबकारी विभाग कर रहा सलेक्शन
बिलासपुर जोन में भर्ती की जिम्मेदारी ईगल हन्टर प्लेसमेन्ट को दी गयी है। प्लेसमेन्ट एजेंसी के ओएसडी व्ही.के.राय ने बताया कि यहां सेल्समैन,सुपरवाइजर, और मल्टीपरपज पदों के लिए भर्ती की प्रक्रिया चल रही है । आवेदकों का चयन आबकारी के अधिकारी कर रहे हैं। राय ने दबी जुबान में बताया कि कंपनी और व्यक्तिगत स्तर पर अधिकारी से लेकर रसूखदार लोग चहेतों को सेल्समैन और सुपरवाइजर बना रहे हैं।
बेरोजगारों से लूट
ईगल हन्टर कंपनी के ओएसडी राय ने बताया कि सेल्समैन के चयनित आवेदकों से 20 हजार रूपए का डीडी लिया जाएगा। सुपरवाइजर पद के लिए 30 हजार और मल्टीपरपज पदों के लिए 10 हजार का डीडी आवेदकों को देना होगा। इनती ज्यादा रकम के सवाल पर राय ने बताया कि 9 करोड़ रूपए जमा किया है। उसकी भरपाई तो कहीं न कहीं से करना ही होगा। डीडी का निर्धारिण आबकारी अधिकारियों के परामर्श के बाद किया गया है।
आबकारी आयुक्त ने डी डी के सवाल पर छूटते ही कैमरे के सामने मां बहन की गाली देना शुरू कर दिया। धमकी देते हुए कहा कि यदि एजेंसी के ओएसडी ने ऐसा कहा है तो उसका कान्ट्रैक्ट रद्द कर दूंगा। बार बार सवाल किये जाने पर आबकारी आयुक्त ध्रुव ने कहा कि मैं वाहियात सवालों का जवाब नहीं देता। इसके बाद अश्लील गाली देते हुए अपने कार में बैठकर रवाना हो गये।
आवेदकों में आक्रोश..कहा खुलेआम हो रही लूट..
सोनबन्धा के मनोज खाण्डेकर ने बताया कि वह 20 मार्च से आबकारी विभाग का चक्कर काट रहा है। लेकिन आवेदक पत्र नहीं दिया गया। जबकि मेरे साथी को फार्म मिल गया और उसने तीस हजार का डीडी भी जमा कर दिया है। मनोज ने बताया कि साथी ने आबकारी विभाग के किसी कर्मचारी को भर्ती के लिए दस हजार रूपए दिये हैं। इसलिए उसका फार्म जमा किया गया है।
शांतिपुर के सौरभ कुमार ने बताया कि वह बहुत गरीब है। आबकारी के एक कर्मचारी ने फार्म भरने से लेकर सलेक्शन तक लिए दस हजार रूपए मांगा। नकारने पर उसने आवेदन पत्र देने से इंकार कर दिया। अच्छा हुआ कि मैने फार्म नहीं भरा…क्योंकि मेरे पास रूपए भी नहीं है। चाहता था कि वह सुपरवाइजर के लिए आवेदन भरे…लेकिन तीस हजार रूपए डीडी बनाने के लिए उसके पास नहीं है।
ईमलीपुरा धूमा निवासी विजय भास्कर ने बताया कि मल्टीपरपज के लिए एक आदमी ने मुझसे 10 हजार का डीडी और अलग से पांच हजार रूपए देने को कहा। रूपए नहीं होने के कारण उसका सलेक्शन नहीं हो सका है।
ज्यादातर आवेदकों ने बताया कि आबकारी कर्मचारियों ने सभी पदों के लिए भर्तियां कर ली है। अब भर्ती के नाम पर केवल नौटंकी की जा रही है।