बिलासपुर– एरमशाही के किसानों ने महिला पटवारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर बताया कि महिला पटवारी कार्यालय में नहीं बैठती। किसानों ने आरोप लगाया है कि महिला पटवारी बिना रूपए काम नहीं करती। बात बात पर किसानों और ग्रामीणों के साथ दुर्व्यवहार करती है।
कलेक्टर को लिखित शिकायत कर एरमशाही के किसान और ग्रामीणों ने मांग की है कि महिला पटवारी अरूणेश्वरी दुबे को हल्का से हटाया जाए। पटवारी का व्यवहार ना तो जनहित में है और ना ही सरकार के लिए हितैषी है। ग्रामीणों ने बताया कि राजस्व विभाग के अनुसार पटवारी का कार्यालय एरमशाही है। लेकिन महिला पटवारी अरूणेश्वरी दुबे अपना कार्यालय जयरामनगर को बनाया है। एरमशाही से जयरामनगर की दूरी 7-8 किलोमीटर है। ऊपर से वह अपने जयरामनगर कार्यालय में भी नहीं बैठती है।
किसानों का एरमशाही से जयरामनगर जाना और बिना काम पूरा हुए लौटना काफी तकलीफ देह है। किसानों ने बताया कि अरूणेश्वरी बिना लेन देन के काम नहीं करती है। रूपए नहीं दिए जाने पर ना केवल फटकारती है। बल्कि दुर्व्यवहार भी करती है। बिना चढ़ावा लिए काम नहीं करती है।
ग्रामीणों के अनुसार पटवारी की लापरवाही और अतिलालच के चलते लोगों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान का फायदा नहीं मिल रहा है। अभी तक मात्र 20 प्रतिशत हितग्राहियों का नाम ही दर्ज किया गया है। पटवारी अरूणेश्वरी को शासन की योजनाओं की जानकारी नहीं है। यदि है भी तो वह योजनाओं की जानकारी नहीं देती है। जिसके चलते किसानों को योजनाओं की जानकारी के लिए दर दर भटकना पड़ता है। पूछताछ करने पर ना केवल मारपीट की धमकी देती है। बल्कि गाली गलौच कर जेल में डालने की धमकी भी देती है।
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को अपने पत्र में बताया कि पटवारी की क्रिया कलाप ठीक नहीं है। बेहतर होगा कि अरूणेश्वरी का हल्का बदलकर..किसी नए पटवारी को रखा जाए।