रायपुर।जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मीडिया प्रमुख एवं वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल रिजवी ने अलवर राजस्थान में सन् 2017 में घटित पहलूखान भीड़ हत्या के फैसले पर किसी प्रकार की टिप्पणी न करते हुये कहा है कि प्रकरण के सरकारी वकील श्री योगेन्द्र सिंह के उस कथन पर जिसमें फैसले के पूर्व सरकारी पक्ष द्वारा केस के सभी साक्ष्य, गवाह, घटना का विडियो सीडी व फोटोग्राफ सहित सभी तथ्य अदालत के समक्ष सही एवं सशक्त ढंग से उनके द्वारा प्रस्तुत कर दिये थे।सीजीवालडॉटकॉम के whatsapp group से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
कई प्रश्न चिन्ह खड़ा करते है, परन्तु अदालत के फैसले पर किसी प्रकार की टिप्पणी करना उचित नहीं है। सरकारी वकील ने अपील करने का फैसला लिया है जिसका फैसला अपील अदालत से आने पर दूध का दूध एवं पानी का पानी साफ हो जायेगा।
रिजवी ने कहा है कि यहां यह उल्लेखनीय है कि राजस्थान सरकार द्वारा फैसले से संतुष्ट न होकर इस प्रकरण की एसआईटी जांच का निर्णय लिया गया है तथा यह भी कहा है कि उक्त जांच 15 दिनों के अंदर नये सिरे से करवाई जाय। राजस्थान सरकार का यह निर्णय स्वागतेय है।
पहलूखान हत्याकांड प्रकरण की पुनः जांच कराने के सरकारी निर्णय से पीड़ित परिवार के सदस्यों में न्याय मिलने की आशा जागी है। इस प्रकरण को पूरी दुनिया ने विडियो के माध्यम से देखा है जिसमें एक निहत्थे, बेबस, बूढ़े पहलूखान को भीड़ द्वारा बेरहमी से पीटा जा रहा था।
विडियो क्लीपिंग एक सशक्त एंव ठोस साक्ष्य माना जाता है। उसे किस आधार पर संदेहास्पद माना गया है यह सम्पूर्ण फैसला पढ़ने पर ही पता चलेगा। चाहे कुछ भी हो यह घटना देश की एकता एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण को कलंकित करती है और ऐसी दर्दनाक घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिये सशक्त कानून बनाना केन्द्र सरकार का दायित्व है।