पाठक हत्याकाण्ड..सीबीआई की हीला हवाली..पत्रकार नाराज

BHASKAR MISHRA
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IMG_20151216_131430बिलासपुर–पांच साल पहले 19 और 20 दिसम्बर की दरमियानी रात अज्ञात लोगो ने पत्रकार सुशील पाठक की गोली मार कर हत्या कर दी थी । मामले में सरकंडा पुलिस ने जांच कर बादल खान को आरोपी बनाया था। लेकिन कोई सबूत पेश नही होने पर उसे बाद मे मुक्त कर दिया गया। पत्रकारों के उग्रप्रदर्शन के बाद मामले को सीबीआई को सौपा गया। मामले की जांच कर रही सीबीआई भी गंभीरता नहीं दिखाते हुए जांच में अनावश्यक देरी कही है।

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                            सीबीआई की सुस्त जांच से परेशान बिलासपुर  प्रेस क्लब और स्व सुशील पाठक के परिजनों ने हाईकोर्ट में पीटिशन दाखिल किया। हाईकोर्ट के निर्देश के बाद भी सीबीआई ने अभी तक जांच और पड़ताल के दौरान मामले को गंभीरता से नही लिया है। कोर्ट के लगातार फटकार के बाद  सीबीआई ने अब तक दो संदेहियो को हिरासत में लिया है। नार्को टेस्ट के बाद भी सीबीआई ने प्रगति रिपोर्ट कोर्ट को नहीं सौंपा है। सीबीआई की हीलाहवाली से परेशान पत्रकारो ने प्रेस क्लब बिलासपुर में बैठक के बाद उग्र प्रदर्शन की निर्णय लिया है।

                             19 दिसम्बर की रात को सरकंडा स्थित सुशील पाठक के घर से कुछ दूरी पर कुछ लोगो ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी । मामले की जांच कर रही सरकंडा पुलिस ने मामले को रफा-दफा करने के लिए सुशील पाठक के साथ घूमने वाले बादल खान को हत्या का आरोपी बनाया । लेकिन बाद में सबूत पेश नहीं होने पर न्यायलय ने बादल को रिहा कर दिया।  इसके पहले पाठक हत्याकाण्ड को दबाया जाता पत्रकारो के विरोध को देखते हुए मामले को सीबीआई को सौपा गया। अभी तक सीबीआई जांच और रिपोर्ट तैयार करने के अलावा किसी निर्णय तक पहुंचते हुए दिखाई नहीं दे रही है।

                          सीबीआई के ढुलमुल रवैये को देखते हुए बिलासपुर प्रेस क्लब और सुशील पाठक के परिजनो ने हाईकोर्ट में पिटीशन दायर कर मालमे को संज्ञान में लेने का निवेदन किया। हाईकोर्ट ने सीबीआई को मामले में जांच की प्रगति रिपोर्ट जल्द पेश करने का निर्देश दिया था। लेकिन जांच एजेंसी अभी तक प्रगति रिपोर्ट पेश कर पाने में नाकाम साबित हुई है। सीबीआई ने मामले में अब तक राजेश ठक्कर और राम बहादुर नागर का नार्को टेस्ट करवाया है । सीबीआई को शक  है कि इंटर सिटी दोहरे हत्याकांड के आरोपी भी पाठक हत्याकांड में शामिल हो सकते है। जिसे देखते हुए कोतवाली सीएसपी रोहित गर्ग से मामले से जुडे आरोपियो की डिटेल मंगवाई है।

                        पूरे मामले में सीबीआई की जांच में अब तक क्या हुआ है..प्रगति रिपोर्ट क्या है…इस बारे में कोई जानकारी नहीं होने और अनावश्यक जांच को खींचने से नाराज पत्रकारो ने आज प्रेस क्लब अध्यक्ष शशिकांत कोन्हेर की उपस्थिति में एक बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान पाठक हत्याकाण्ड मामले में पत्रकारो की तरफ से पैरवी कर रहे हाईकोर्ट अधिवक्ता सतीष चंद्र वर्मा भी शामिल हुए। वर्मा ने बताया कि सीबीआई हत्याकाण्ड में जानबूझकर देरी कर रही है। जांच और प्रगति रिपोर्ट को कोर्ट के सामने पेश करने में हीलाहवाली कर रही है। वर्मा ने बताया कि सीबीआई तीसरे अभियुक्त के बारे में जांच की बात कह रही है। बावजूद इसके मामले सब कुछ तैयार है लेकिन सीबीआई कोर्ट के सामने रिपोर्ट नहीं पेश कर रही है। इससे जाहिर होता है कि कहीं ना कहीं कुछ काला है।

                                     प्रेस क्लब में आयोजित बैठक में सीबीआई की मंदर गति से नाराज पत्रकारों ने प्रेस क्लब अध्यक्ष के सामने उग्र आंदोलन की मांग की है। पत्रकारों की मंशा को देखते हुए शशिकांत कोन्हेर ने एक टीम का गठन किया है। जो गुरूवार को बताएगी कि आंदोलन का स्वरूप क्या हो। प्रारम्भिक जानकारी के अनुसार दस सदस्यीय टीम ने पत्रकारों के उस आंदोलन में शहर के सभी राजनैतिक और गैर राजनैतिक संगठनों को जोडने का निर्णय लिया है। गुरूवार को प्रेस क्लब में शहर के सभी संगठनों के साथ बैठक होगी। इस दौरान ही आंदोलन का स्वरूप और रूपरेखा तैयार दिया जाएगा।

जानबूझकर देरी

सीबीआई जानबूझकर देरी कर रही है। मेरे पास इस देरी को सच बताने के बहुत कारण है। हाइकोर्ट की तरफ से लगातार फटकार के बाद भी सीबीआई का अडियल रवैया कम से कम यही बता रहा है। जहां तक जानकारी है सीबीआई किसी को बचाना चाहती है।

सतीष चन्द्र वर्मा,,पाठक पक्ष वकील हाईकोर्ट

आंदोलन की तैयारी

दस सदस्यी टीम गुरूबार को अपनी रिपोर्ट सौंप देगी। टीम ने सर्वसम्मति से जो भी निर्णय लेगी। उसी के अनुसार आंदोलन किया जाएगा। गुरूवार को ही निर्णय होगा कि आंदोलन का स्वरूप क्या हो। लेकिन इतना सच है कि आंदोलन में राजनैतिक और गैर राजनैतिक लोगों का भी सहारा लिया जाएगा।

शशिकांत कोन्हेर…अध्यक्ष प्रेस क्लब बिलासपुर

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