बिलासपुर—आरक्षक ने वर्दी का रौब दिखाते हुए एक नाबालिग के गुपचुप को तोड़ा और बाद थाने ले जाकर जमकर पिटाई की। मामला बिगडता देख नाबालिग को आरक्षक ने सौ रूपये देकर चलता कर दिया। एक अन्य एक आरक्षक ने उसके साथी का मोबाइल फोन लूट लिया । पुलिस थाने में हुई इस घटना का सभी तमाशा देखते रहे। लेकिन किसी की हिम्मत नहीं हुई कि पुलिस से रोते गिडगिडाते नाबालिग को मोबाइल दिला सके।
यदुनन्दन नगर निवासी 16 साल का निशान कुछवाहा अपने पिता के पास पानी पुरी यानि गुपचुप पहुचाने जा रहा था । उसी दौरान संभागायुक्त के बंगले में पदस्थ एक आरक्षक ने उसे एसबीआर कॉलेज के सामने ठोकर मार दी। टक्कर से बच्चे की गुपचुप बरबाद हो गया। नाराज नाबालिग ने ठोकर मारने वाले से हर्जाने के रूप में रूपये की मांग की। बच्चे के साहस को देखते ही ठोकर मारने वाला शख्स आग बबूला हो गया। बच्चे को कमिश्नर बंगले ले जाकर धमकाया ।
नारज बच्चे ने जब पुलिस में शिकायत की बात कही तो आरक्षक ने उसे झूठे मामले में फंसाने की धमकी देते हुए सिविल लाइन थाने से एक आरक्षक को बुलाया। उसने नाबालिग को थाने ले जाकर पिटाई की । इस दौरान थाने में मौजूद बाकी पुलिसकर्मी तमाशाबीन बने रहे। कुछ देर बाद नाबालिक को सौ रूपये देकर थाने से चलता कर दिया गया। इस दौरान एक अन्य आरक्षक ने नाबालिग के साथी प्रकाश मोगरे का मोबाइल छीन लिया।
बालिग निशान कछुवाहा ने बताया कि उसका दो-ढाई हजार का नुकसान हुआ है। नुकसान की भरपाई तो नही हुई उल्टा पुलिस वालों ने उसे बहुत मारा। थाने में रिपोर्ट भी दर्ज नहीं किया। मेरे साथी का मोबाइल भी छीन लिया है।