बिलासपुर—- ग्राम पंचायत पथर्रा तहसील तखतपुर के पंचों ने जिला प्रशासन और जिला पंचायत पहुंचकर उपसरपंच चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है। 14 में 9 पंचों ने अपनी शिकायत में कहा कि पीठासीन अधिकारी ने असमाजिक तत्वों का समर्थन कर विपक्ष के नामांकन फार्म निरस्त किया।
ग्राम पंचायत पथर्रा के पंच और नागरिकों ने जिला कार्यालय पहुंचकर उपसरपंच चुनाव के दौरान धांधली करने का आरोप लगाया है। स्थानीय लोगों ने लिखिति शिकायत कर बताया कि पथर्रा ग्राम पंचायत चुनाव में कुल 14 पंचों और सरपंच का चुनाव हुआ। 24 फरवरी को पीठासीन अधिकारी शीतल साहू की मौजूदगी में उपसरपंच चुनाव कराया गया। इस दौरान जमकर धांधली हुई।
नन्दकुमार यादव ने बताया कि वह उप सरपंच चुनाव के लिए आवेदन किया। उत्तम चतुर्वेदानी,नेम चतुर्वेदी,मुकेश गिरी, हेमन्त चतुर्वेदानी और फुलेश्वरी ने मिलकर दबाव बनाया कि नामांकन ना डालें। उनका दावा था कि हर बार उपसरपंच का चुनाव निर्विरोध होता है। इस बार भी चुनाव निर्विरोध हो। इस दौरान पीठासीन अधिकारी ने भी उनका समर्थन किया।
नन्दकुमार यादव , मोहन भारती,योगिता गोस्वामी, संगीता गोस्वामी, सुमन गोस्वामी, सुनीता श्रीवास,रघुनाथ सिंह, पुसई बाई और सावित्री ने जिला प्रशासन को बताया कि विरोध के बावजूद हमने नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान उत्तरा चतुर्वेदी ने भी नामांकन दाखिल किया।
चुनाव की स्थिति बनने के पहले तक पीठासीन अधिकारी ने नामांकन सही भरना बताया। जब हम निर्विरोध चुनाव का विरोध किया गया तो पीठासीन अधिकारी ने विपक्षी उप सरपंच प्रत्याशी से मिलीभगत कर नन्दकुमार का नामांकन निरस्त कर दिया। पीठासीन अधिकारी ने इसकी वजह नामांकन फार्म में हस्ताक्षर नहीं करना बताया। जब हम लोगों ने बताया कि उत्तम ने भी बताए गए स्थान पर हस्ताक्षर नहीं किया है। ऐसी सूरत में उसका भी नामांकन निरस्त किया जाए। लेकिन उन्होने ऐसे करने से इंकार कर दिया। इससे जाहिर होता है कि चुनाव में पीठासीन अधिकारी ने पारदर्शिता का पालन नहीं किया है।
14 में से 9 पंचों ने आलाधिकारियों से लिखित शिकायत कर कहा कि उप सरपंच का चुनाव निरस्त करते हुए दुबारा चुनाव कराया जाए। अन्यथा हम लोग कोर्ट का सहारा लेंगे। शिकायत कर्ताओं ने बताया कि 9 में से 7 पंच उनके घर से हैं।