बिलासपुर–अखबार में फर्जी विज्ञापन कंपनियां छापकर चहेते ठेकेदारो को ठेका देने के मामले पी एच ई के बाद अब लोक निर्माण विभाग का भी मामला सामने आया है। दस्तावेजो क साथ इसकी लिखित शिकायत आर टी आई कार्यकर्ता अमरनाथ अग्रवाल ने सिविल लाइन थाने मे दर्ज कराई हैं। शिकायत में पीडब्लूडी विभाग से चहेते ठेकेदारों को खुश करने और अधिकारियों की हरकतों का जिक्र किया गया है।
दरअसल लोक निर्माण विभाग मे लंबे समय से प्रदेश के प्रतिष्टित अखबारों के फर्जी पन्ने छापकर फर्जी विज्ञापन प्रकाशित कर ठेका देने का काम लंबे समय चल रहा है। सच्चाई तो यह है कि वास्तविक रूप से अखबरों में पीडब्लूडी के विज्ञापन छापे ही नहीं गये हैं। कर्माचारियों से मिलकर ठेकेदार टेंडर की झूठी प्रति फर्जी अखबारो की नस्ती फर्जी विज्ञापन नंबर के साथ लगा दी जाती हैं।
शिकायत के अनुसार 21 फरवरी 2014 को लोक निर्माण विभाग बिलासपुर संभाग के तत्कालीन करार्यपान अभियंता विरेंद्र कुमार बेरिया ने जनसंपर्क विभाग की विज्ञापन शाखा के नाम पर एक विज्ञापन क्रमांक 1830 बनाया गयी। इसकी प्रतिलिपी लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव के अलावा अन्य उच्च अधिकारियो को भेजी गयी।
इसी तरह 31 जनवरी 2014 को पत्र ज्ञापन क्मांक 1069 तैयार कर एक करोड 60 लाख का ठेका दिया गया। 18 करोड के इस फर्जीवाडे में आरटीआई कार्यकर्ता अमरनाथ अग्रवाल ने दो अलग अलग शिकायत सिविल लाइन थाना पहुंचकर लिखित में शिकायत की हैं..