बिलासपुर— कांग्रेस युवा नेता राजेन्द्र तिवारी आत्मदाह काण्ड अब धीरे-धीरे गरम होता जा रहा है। आज विधानसभा नेता प्रतिपक्ष टी.एस.सिंहदेव ने राजेन्द्र तिवारी और जीवन लाल मनहर के परिवार से मिलकर शोक संवेदना जाहिर की है। उन्होंने दोनों परिवार को पचास-पचास हजार का चेक दिया है। साथ ही बिल्हा एसडीएम कार्यालय के सामने कांग्रेस नेताओं के क्रमिक धरना को समर्थन किया है। नेता प्रतिपक्ष ने आज सीजी भवन में पत्रकारों से मिलकर बताया कि प्रशासनिक अत्याचार ने दो लोगों को मौत के घाट उतार दिया है। बावजूद इसके पीडितों को अभी तक न्याय का इंतजार है।
पत्रकारों से चर्चा करते हुए टीएस बाबा ने कहा कि राजेन्द्र तिवारी की मौत प्रदेश के लिए शर्मनाक घटना है। अभी तक उनके परिजनों को ना तो दो लाख ही मिले हैं और ना ही आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुआ है। जाहिर हो गया है कि अधिकारी अपनी मनमानी किस हद तक कर रहे हैं। जीवन लाल मनहर की मौत पर दुख जताते हुए सिंह देव ने कहा कि किसान की जेल में मौत और अधिकारी की तानाशाही बर्दास्त से बाहर है। उन्होंने कहा कि एफआईआर दर्ज होना चाहिए। सिसोंदिया के खिलाफ कार्रवाई हो कांग्रेस प्रशासन पर लगातार दबाव बनाएगी। उन्होंने बिल्हा में कांग्रेस समर्थित विप्र समाज के क्रमिक आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि शीतकालनी सत्र में राजेन्द्र और जीवनलाल मनहर की मौत को उठाया जाएगा।
टीएस सिंहदेव ने कहा कि नक्सली तांड़व पर प्रदेश सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। नक्सली जब चाहते हैं अपने मंसूबों को अंजाम तक पहुंचा लेते हैं। सरकार लकीर पीटती रह जाती है। टीएस सिंहदेव ने कहा कि राजेन्द्र तिवारी की आत्मदाह घटना और आंदोलन की पल पल की जानकारी उन तक थी। जो कुछ हुआ कांग्रेसियों ने स्वविवेक से किया है।
सिंह देव ने बताया कि किसानों को देने के लिए समर्थन मूल्य और बोनस का पैसा सरकार के पास नहीं है। लेकिन पूंजीपतियों के लिए स्टाम्प शुल्क की कमी के लिए खजाने में पैसा है। उन्होंने कहा कि तीन हजार करोड़ रूपए माफ किया जाना समझ से परे है। प्रदेश में अकाल है किसान और गरीब त्राहि त्राहि कर रहे हैं। ऐसे में पूंजी पतियों को तीन करोड़ का तोहफा से क्या मतलब निकाला जाए।
सिंह देव ने बिल्हा जाकर राजेन्द्र तिवारी और जीवनलाल मनहर के परिवार से मिलकर संवेदना जाहिर करते हुए पचास पचास हजार का चेक दिया। साथ ही न्याय दिलाने का वादा भी किया।