रायपुर । छत्तीसगढ़ अंशदायी पेंशन कर्मचारी कल्याण संघ छत्तीसगढ़ द्वारा पुरानी पेंशन नियम को पुनः प्रारम्भ करने हेतु चलाये जा रहे अभियान को छत्तीसगढ़ व्यख्याता (पं/एल बी)संघ के प्रान्ताध्यक्ष कमलेश्वर सिंह राजपूत ने समर्थन किया है ।उन्होंने उन समस्त शिक्षक /शिक्षाकाओं से अपील की है कि 23 फ़रवरी को बूढ़ा तालाब रायपुर में पुरानी पेंशन बहाली हेतु आयोजित सभा सम्मेलन एवं रैली में अधिक से अधिक संख्या में पहुँचे । अपने अपने जिला एवं विकासखंड के शिक्षक /शिक्षिकाओं को भी प्रेरित करें।
प्रेस नोट जारी कर कमलेश्वर सिंह ने बताया कि शासकीय कर्मचारी 62 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर सेवानृवित्त हो जायेंगे । इसके बाद हमारे परिवार के पालन पोषण के लिए कोई आय का श्रोत नही होगा ।जीवन की सुरक्षा की कोई गारन्टी नही होगी ।स्वयं के इलाज के लिए तरसना पड़ेगा। हम आज संगठित नही हुए तो हमारा बुढापा भविष्य में कठिन दौर से गुजरेगा।
कमलेश्वर सिंह ने बताया कि एक विधायक एवं एक सांसद को एक अपने पद में शपथ ग्रहण के पश्चात आजीवन पेंशन और चिकित्सा सुविधा निः शुल्क मिल जायेगा । परन्तु 62 साल तक लोकसेवक के रूप में कार्य करने वाले कर्मचारी का हाथ ख़ाली रहेगा ।अतः 2004 के बाद नियुक्त कर्मचारी और जो शिक्षक (पं/एल बी)जिसकी नियुक्ति 1998 से नियुक्त हुई है, उनके लिए पुरानी पेंशन योजना को शीघ्र ही लागू करने राज्य सरकार और केंद्र सरकार पर दबाव बनाने हेतु समस्त कर्मचारियों को संघठित होकर लड़ाई लड़नी होगी ।
कमलेश्वर सिंह ने स्कूल शिक्षा विभाग के शिक्षक /शिक्षिकाओं के साथ साथ विभिन्न विभाग के कर्मचारियो से आवाहन किया है कि सब संघठित होकर 23 फ़रवरी के आंदोलन को सफल बनावे । हम लोग ऐसी परिस्थिति पैदा कर दें कि अगला 2024 के लोकसभा आम निर्वाचन में पुरानी पेंशन बहाली के लिए नियम पारित करने की घोषणा सभी प्रमुख राजनितिक दल बाध्य हो जायें ।