भोपाल।पुरानी पेंशन की बहाली के लिए मध्यप्रदेश के शिक्षक, अधिकारी व कर्मचारी 26 जून को NMOPS नेशनल मूवमेंट ऑफ ओल्ड पेंशन स्कीम के बैनर तले सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्वीटर पर सरकार का ध्यान आकर्षण करने के लिए #RestoreOldPension हैश टैग करके स्लोगन के साथ लिखा हुआ पोस्टर को ट्वीटर पर देेेश के राष्ट्रपति , उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री , गृहमंत्री , वित्तमंत्री , पेंशन कार्मिक मंत्रालय एवं अन्य केन्द्रीय मंत्रीगण व अपने प्रदेश के मुख्यमंत्री , राज्यपाल एवं प्रमुख मीडिया संस्थानो को एड कर ट्वीट भी करेंगे।इसके अलावा वे कम से कम 10 ट्वीट , 20 ट्वीट को रिट्वीट भी करेंगे ।CGWALL NEWS के व्हाट्सएप न्यूज़ ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये
यह जानकारी देते हुए नेशनल मूवमेंट ऑफ ओल्ड पेंशन स्कीम NMOPS मध्यप्रदेश के मीडिया प्रभारी हीरानन्द नरवरिया ने प्रेस नोट जारी करते हुए बताया कि प्रदेश के शासकीय कर्मचारी भी पुरानी पेंशन की बहाली चाहते है। जिसके लिए अब अपनी आवाज बुलंद करने के लिए चरणबद्ध तरीके से अपनी बात रखने के लिए सोशल मीडिया का बड़े पैमाने में उपयोग करने वाले है।
नरवरिया ने बताया कि NMOPS से जुड़े कर्मचारी
पेंशन से सम्बंधित एक मनपसंद स्लोगन आपको हाथ से लिखकर या कम्प्यूटर से एक पोस्टर बनाकर उसके साथ अपनी एक फोटो खींचकर और उस फोटो को ट्वीटर पर #RestoreOldPension पर ट्वीट करेंगे।
मध्यप्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष परमानंद डेहरिया का कहना है कि हमारा यह ट्वीट पुरानी पेंशन बहाली के लिए महत्वपूर्ण है। उससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण है कि हम हमारे सम्पर्क वाले कर्मचारी भाईयो-बहनो को भी ट्वीट करने के लिए प्रेरित करेंगे।
हीरानंद नरवरिया ने बताया कि NMOPS के राष्ट्रीय
अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने सबसे कहा है #RestoreOldPension पर आपको 26 जून 2020 को दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच ट्वीट करना है। उन्होंने यह भी कहा कि मध्यप्रदेश में 24 विधानसभा चुनाव के पहले हम प्रदेश में पुरानी पेंशन पाने को तेज अभियान चलाएंगे ।
नरवरिया ने बताया की 9 फरवरी को राष्ट्रीय अध्यक्ष भोपाल आये थे और प्रदेश के 5 मंत्री उनके कार्यकम में शामिल हुए थे , और इसी कारण राज्य कर्मचारी आयोग ने 28 मार्च को मांगो के सम्बंध में चर्चा हेतु बुलाया था लेकिन दुर्भाग्य से सरकार गिर गयी और कोविड 19 के कारण कई कार्यक्रम नही कर सके हैं। लेकिन अब सक्रियता दिखा रहे हैं पुरानी पेंशन हमारे बुढ़ापे का सहारा है उसके लिए संघर्ष करेंगे, आशा करते हैं इसमे सफल होंगे क्योंकि हमारी मांग घोषणा पत्र में भी थी।
कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील परमानंद डेहरिया, सुषमा खेमसरा , राकेश दुबे ,बाबूलाल मालवीय, एम फारूख हीरानन्द नरवरिया शेख मोहम्मद हनीफ़ रमेश पाटिल, महेश भाड़े , भरत भार्गव ,नईम पठान ,डेनी सूर्यवँशी जी एस मेहर रवि सरनेकर, ताराचन्द भलावी, हारून अख्तर सजीर कादरी, मनमोहन जाटव मनमोहन दुबे, मिर्जा इश्तियाक बेग, आदि तमाम लोगो ने की है।