पुराने बस स्टैंड की जमीन पर नगर निगम बना रहा मल्टीलेवल कमर्शियल काम्प्लेक्स….. व्यापारियों के मन में क्यों हैं शंकाएं…?

Chief Editor
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बिलासपुर । पुराने बस स्टैंड की नगर निगम की स्वामित्व वाली खाली पड़ी जमीन  सालो पहले अलाट की हुई  दुकानों, होटल,लॉज को तोड़ कर स्मार्ट सीटी के अनुरूप भव्य मल्टीलेवल कमर्शियल काम्प्लेक्स सहित पार्किंग फ्लोर बनाने की कायवाद शुरू हो गई है। पूर्व में आवंटित भूमि व दुकानों की पिछले कई दिनों से नाप जोख जारी है ।  निगम के अधिकारी व्यापारियों को भरोसे में लेने के लिए चर्चा कर रहे हैं। कुछ व्यपारियो का कहना है कि निगम के PPP मॉडल से बनने वाले कमर्शियल कांप्लेक्स के प्लान का प्रजेंटेशन नगर निगम के अफसर कर रहे है। लेकिन कितना किराया होगा.. किस जगह पर कौन सा नँबर आंबटित होगा यह स्पस्ट नही कर रहे है।  मुख्य सड़क के सामने जिनकी दुकाने है उन्हें दुकान कहाँ मिलेगी यह भी तय नहीं है। सब कुछ अधूरा अधूरा है।   निगम के पुराने रिकार्ड और वर्तमान कार्यशैली को  देखते हुए पुराने बस स्टैंड के व्यापारी अब लामबंद होने लगे हैं और कोर्ट जाने का मन बना रहे हैं।
दरअसल व्यापारियों के मन में आशंकाओँ की भी अपनी एक वजह है। नगर निगम बिलासपुर की कमर्शियल काम्प्लेक्स की  आर्किटेक्चर्र प्लॉनिंग उसके आय व्यय, किराये के स्तर और वतर्मान हालात से जुड़े कुछ नमूने नए प्रस्तावित कमर्शियल काम्प्लेक्स और मल्टीलेवल पर्किंग पर प्रश्न चिन्ह लगाने के लिए पर्याप्त है।नगर निगम बिलासपुर का शहर के मध्य पुराने बस स्टैंड में राजीव प्लाजा घटिया प्लानिंग घटिया निर्माण और गार्डन के नाम पर झूठा सब्जबाग दिखाने का एक नमूना है। बेजा कब्जा, बिल्डिंग के स्ट्रक्चर से छेड़ छाड़ व गार्डन में पार्किंग करना व्यपारियों की मजबूरी बन गई है। अंडर ग्राउंड वायरिंग और अंडर ग्राउंड रेन वाटर ड्रेनेज सिस्टम जाम या बंद है। बिजली के केबल में उलझे परिसर का गलियारा बरसात में  रिसता रहता है। इस परिसर का ग्राउंड फ्लोर बीते 16 साल में समय के हिसाब से  व्यापार की माँग को देखते हुए व्यवस्थित हो गया  ।   पर प्रथम तल आज भी इस परिसर के सामने बनने वाले प्रस्तावित कमर्शियल काम्प्लेक्स के चलता फिरता उदाहरण हो सकता है। आज भी प्रथम तल की कई दुकानें बंद है।
इसी तरह नेहरू नगर में गणेश चौक स्थित दो मंजिला कमर्शियल काम्प्लेक्स  गलत प्लानिंग घटिया निर्माण नमूना है।  यह निगम का अव्यवहारिक निर्णय लगता है।   मंदिर चौक से राजीव गांधी चौक के बीच बने कमर्शियल काम्प्लेक्स सह आवासीय परिसर में पार्किंग है न सुरक्षा है। उल्टे इस काम्प्लेक्स  की वजह से पार्किंग की बड़ी समस्या इस इलाके में आ गई है। सड़क की चोड़ाई ही घट गई है।  नगर निगम की भूमि पर राजकिशोर स्थित  नगर बजरंग चौक पर बना कमर्शियल कांप्लेक्स   खरीदार और किरायेदार का इंतजार कर रहा हैै। यह  एक बार  नीलाम हो चुका है ।   इसके खरीदार को 10 से 20 रुपए फुट लगभग तक का महीने का किराया देना होगा। इस कमर्शियल कांप्लेक्स की बढ़ी हुई कीमत नगर  निगम बिलासपुर  को व्यापारी और किराया वसूली में साहूकार बताती है। इतने महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट का  किराये का मासिक दर निर्धारण इस योजना का प्रबंधन नगर निगम की कार्यप्रणाली पर एक बड़ा प्रश्न है। यही वजह है कि पुराने बस स्टैंड स्थित भूमि पर नगर निगम के नए प्रोजेक्ट को लेकर व्यापारी फिलहाल उत्सुक भी नहीं हैं और उनके मन में कई तरह की शंकाएं हैं। जिन्हे दूर करने की पहल भी निगम को करनी पड़ेगी ।
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