रायपुर।पिछले साल जून में हुये पुलिस आंदोलन में रखी गई मांगो पर पुलिस मुख्यालय द्वारा संज्ञान में लेकर वीकली ऑफ,भत्ते, मकान और प्रमोशन सहित अन्य अहम् मांगो पर सकारात्मक प्रयास को सराहनीय प्रयास मानते हुये जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रवक्ता सुब्रत डे ने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के उस पुराने मांग को भी इसमें सम्मलित किये जाने की मांग की है जिसमे नक्सली गतिविधियों में जिला पुलिस बल या पैरामिलिट्री फाॅर्स या केंद्रीय बल का जवान शहीद होता है तो उसके आश्रितों को एक करोड़ रूपये की आर्थिक मदद के साथ उसके एक परिजन को अनुकम्पा नियुक्ति देने पर भी निर्णय लिये जाने की मांग की है, ताकि यदि कोई जवान जंगल में नक्सलियों से देश हित में मोर्चा ले रहा हो तो उसे इस बात का विश्वास रहे कि उसकी शहादत की स्थिति में भी सरकार उसे सम्मान और उसके परिजनों को हर संभव मदद देगी |
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रवक्ता सुब्रत डे ने कहा कि आजाद लोकतान्त्रिक देश में लोगो की सुरक्षा में समर्पित पोलिस जवान की स्थिति अनुशासन के नाम पर गुलाम की तरह हो गयी थी।जिसमे श्रम विभाग की कोई भी नियम जिसमे कार्य के घंटे, वीकली आफ इन पर लागु नहीं था। इसके कारण पोलिस की कार्य क्षमता का हास हो रहा था और तनाव सहित अनेक रोगो से पीड़ित हो रहे थे।
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रवक्ता सुब्रत डे ने कहा कि सरकार पुलिस कर्मियों को बेहतर सुविधा मुहैया करवाये साथ ही पोलिस को जनता के पार्टी बेहद संवेदनशील एवं जवाबदेही बनाने की मांग की है।साथ ही पीड़ितों के रिपोर्ट दर्ज करने के एवज में आर्थिक लाभ की आशा जैसे कुरीतियों को समाप्त करने की मांग की है।