रामानुजगंज(पृथ्वीलाल केशरी)-जिला मुख्यालय बलरामपुर के रक्षित केंद्र में पुलिस स्मृति दिवस पर देश की एकता व अखंडता को बनाए रखने अपने प्राणों की आहुति देने वाले अमर शहीदों का पुण्य स्मरण कर भावभीनी श्रद्घांजलि दी गई। पुलिस व केंद्रीय सुरक्षा बलों के सात अधिकारी-कर्मचारी देश सेवा के दौरान हुए सहीद सिचाचिन ग्लेशियर के साथ श्रीलंका आपरेशन पवन में भी बलरामपुर जिले के जांबाज अधिकारियों-कर्मचारियों ने योगदान दिया,बल्कि देशहित में प्राणों की आहुति दी। पुलिस स्मृति दिवस पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ गणमान्यजनों ने इन अमर शहीदों को पुष्प अर्पित कर श्रद्घांजलि दी। जिला मुख्यालय बलरामपुर के पुलिस लाइन में पुलिस स्मृति दिवस के तहत शहीद परेड का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला व सत्र न्यायाधीश अशोक कुमार लुनिया,कलेक्टर हीरालाल नायक,पुलिस अधीक्षक टी.आर.कोशिमा की उपस्थिति में आयोजित कार्यक्रम में रक्षित निरीक्षक सनत ठाकुर की अगुवाई में शहीद परेड हुआ। अतिथियों सहित उपस्थितजनों ने शहीद स्मारक में पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्घांजलि दी।
श्री कोशिमा ने शहीदों के नाम का वाचन किया। शहीदों के परिजनों को शाल व श्रीफल भेंट कर सम्मानित करते हुए आत्मीयता से चर्चा के दौरान यह भी कहा गया कि आप लोगों को किसी भी प्रकार की समस्या होने पर अवगत कराने प्रेरित किया गया,ताकि शहीद परिवार की समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जा सके। कार्यक्रम में जिला पंचायत सीईओ शिवअनंत तायल, एएसपी डा. पंकज शुक्ला, एसडीओपी श्री धृतलहरे सहित पुलिस व सीआरपीएफ के अधिकारी व बड़ी संख्या में गणमान्यजन मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन सहायक उपनिरीक्षक राजीव कुमार गुप्ता ने किया। बलरामपुर जिले के शहीदों के परिवार के सदस्य भी पुलिस स्मृति दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए।
ग्राम बसकेपी मंगरलेटा निवासी शहीद आरक्षक अनिल खलखो के परिजनों द्वारा शहादत को चीरस्थाई बनाए रखने शहीद चौक निर्माण करने का आग्रह किया। कलेक्टर हीरालाल नायक ने शहीद के परिजनों को आश्वासन दिया कि चुनाव पश्चात जनभावनाओं के अनुरूप शहीद चौक का निर्माण कराया जाएगा। पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर शहीद परेड के अतिरिक्त पुलिस लाइन बलरामपुर व कुसमी थाने में स्कूली बच्चों की निबंध, काव्यपाठ, वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। समाज व राष्ट्र हित के भावों को स्कूली बच्चों में जागृत करने के उद्देश्य से आयोजित इन प्रतियोगिताओं के प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार भी दिया गया। पुलिस अधीक्षक टी.आर.कोशिमा ने बताया कि आज 22 अक्टूबर को जिले के विद्यालयों में देशभक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रमों का आयोजन कराया जाएगा।
इसकी जवाबदारी थाना प्रभारियों को दी गई है। प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जाएगा। बलरामपुर जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र से बड़ी संख्या में युवा,पुलिस के अलावा केंद्रीय सुरक्षा बलों में अपनी सेवा दे रहे हैं। सियाचिन ग्लेशियर के साथ आपरेशन पवन में भी बलरामपुर जिले के अधिकारियों-जवानों की सहभागिता रही और वे वीरगति को प्राप्त हुए। कुसमी विकासखंड के ग्राम करकली निवासी शहीद रामसाय भगत सीमा सुरक्षा बल में पदस्थ थे। 21 दिसंबर 1991 को सियाचिन ग्लेशियर में वे वीरगति को प्राप्त हुए।
मिशन रोड बलरामपुर निवासी शहीद प्रधान आरक्षक लाजरूस मिंज 24 जून 1989 को श्रीलंका आपरेशन पवन में बहादूरी के साथ मुकाबला करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। शहीद आरक्षक महेश राम पैकरा पिता गंगाधर पैकरा निवासी नीलकंठपुर कुसमी,15 मार्च 2007 को बीजापुर जिले के रानीबोदली में नक्सलियों से मुठभेड़ में शहादत को प्राप्त हुए। शहीद प्रधान आरक्षक मनाजरूल हक निवासी डीपाडीहखुर्द शंकरगढ़,20 फरवरी 2000 को बस्तर में मुठभेड़ के दौरान शहादत को प्राप्त हुए।शहीद आरक्षक अनिल खलखो पिता पुलीकार खलखो निवासी बसकेपी, 02 अक्टूबर 2007 को भैरमगढ़ में नक्सलियों से जंग के दौरान शहीद हुए। शहीद प्रधान आरक्षक लाजरूस मिंज निवासी बलरामपुर, 24 जून 1989 को श्रीलंका आपरेशन पवन में डटकर मुकाबला करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। शहीद नबोल कुजूर निवासी पीपरसोत,18 जुलाई 2000 को सीआरपीएफ में सेवा के दौरान मणीपुर में मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए। शहीद मसीह भूषण लकड़ा निवासी पुकरा राजपुर,12 अक्टूबर 2001 को झारखंड के लातेहार जिले में उग्रवादी मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए। शहीद रामसाय भगत करकली कुसमी, 21 दिसंबर 1991 को बीएसएफ में सेवा के दौरान सियाचिन ग्लेशियर में शहादत को प्राप्त हुए थे।