बिलासपुर–भाजपा नेता और पूर्व एल्डरमैन मनीष अग्रवाल ने वर्तमान सरकार को जिसकी लाठी उसी की भैंस के सिद्धान्त पर चलने वाला बताया है। मनीष ने बताया कि बिलासपुर को बी ग्रेड सिटी बनाने की कवायद में नया परिसीमन कराया गया। लेकिन आम जनता की समस्याओं की तरफ से मुंह मोड़कर निगम और राज्य शासन ने शुतुरमुर्ग की तरह रेत में सिर गाड़ लिया है। यह जानते हुए भी कि रेत में सिर गाड़ने से समस्याएं खत्म नहीं होंगी।
मनीष अग्रवाल ने राज्य शासन पर जनता के साथ बेरूखी का आरोप लगाया है। मनीष ने कहा कि परिसीमन के बाद नवीन क्षेत्रों का कोई माई बाप नहीं है। क्षेत्र में अराजकता की स्थिति है। प्रशानिक अक्षमता के चलते लोगों में गहरा आक्रोश है। परिसीमन के दौरान महापुरुषों के नाम से जमकर खिलवाड़ किया गया है। दावा आपत्ती के नाम पर दिखावा किया गया है। सच्चाई तो यह है कि परिसीमन के बाद दावा आपत्ती सिर्फ दिखावे के लिए किया गया है। दरअसल कांग्रेस नेता जिसकी लाठी उसी की भैंस की तर्ज पर सरकार चला रहे हैं।
मनीष ने आरोप लगाया कि जनता की आपत्तियों को सरकार ने रद्दी की टोकरी में डाल दिया है।नगरी निकाय चुनाव के लिए आरक्षण और मतदाता सूची का अवलोकन पुनरीक्षण दावा आपत्ति प्रकाशन की तारीखों का भी एलान कर दिया गया है। जानते हुए भी कि जमीनी स्तर पर कुछ नहीं किया जा रहा है। कर्मचारी ठीक से राशन कार्ड का काम ही पूरा नहीं कर पाए हैं। ऐसे में विकास का काम दूर की बात है।
नियमानुसार प्रत्येक वार्ड में नगर निगम प्रशासन को शिविर लगाकर मतदाता सूची को अपडेट करना चाहिए। लेकिन लोगों ने महसूस करना शुरू कर दिया है कि निगम अधिकारी कांग्रेस नेताओं के इशारे पर टेबल पर ही परिसीमन की तरह मतदाता सूची तैयार कर लेंगे। ऐसा ही कुछ आरक्षण और मतदाता सूची पुनरीक्षण परीक्षण के दौरान भी किया जाएगा।
मनीष ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि पूरे बिलासपुर नगर पालिक निगम के नागरिकों को राशन कार्ड 17 सितंबर तक का बनाकर देना है। लेकिन नोडल अधिकारी 9 तारीख से आज तक गायब हैं। ऐसे में समझा जा सकता है कि मतदाता सूची की तैयारी किस तरह होगी। रही बात विकास की तो वह दूर की कौड़ी है।