बिलासपुर— पूर्व महापौर का भांजा और भतीजा के खिलाफ शिकायत के बाद थाना कोतवाली में अपराध दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने विनोद सोनी के दो नाबालिग भांजा और भतीजा को पकड़कर लाकअप में डाल दिया है। एफआईआर भी दर्ज कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि पूर्व महापौर का भतीजा गुप्ती लेकर पूर्व पार्षद के भांजे को मारने के लिए दौड़ाया था। इसलिए पुलिस ने आर्म्स एक्ट का अपराध भी दर्ज किया है।
दो गुटों की लड़ाई के बाद एक गुट ने थाना कोतवाली पहुंचकर एफआईआर दर्ज कराया है। पुलिस जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह पूर्व महापौर के दो नाबालिग भांजा और भतीजा शनिचरी रपटा के पास पहुंचे। नाश्ता कर रहे अंकित ग्वाला और आकाश कौशिक को दौड़ाकर पीटा। दोनों किसी तरह जान बचाकर भागे। मामले की जानकारी पूर्व पार्षद कमल कौशिक को हुई। कमल कौशिक भांजा अशोक कौशिक और अंकित ग्वाल के साथ थाना कोतवाली पहुंचकर शिकायत की।
दोनों पीडितो ने बताया कि घटना के समय शनिचरी रपटा के पास एक हॉटल में नाश्ता कर रहे थे। इतने में पूर्व महापौर के दोनों नाबालिग भांजा और भतीजा गुप्ती लेकर पहुंचे। पहले तो तीनों ने यकायक मारना शुरू कर दिया। विरोध करने पर तीनों में एक ने गुप्ती निकाल कर दौड़ाया। हम लोग किसी तरह जान बचाने में कामयाब हुए।
एफआईआर दर्ज होने के बाद सिटी थाना कोतवाली परिवेश तिवारी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 294 322,506 और 25 आर्म्स एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया गया है। परिवेश ने जानकारी दी कि पकड़े गए एक नाबालिग पर 307 का भी मामला पिछले साल दर्ज हुआ था। अपराध दर्ज होने के बाद फरार चल रहा था।
भांजा और भतीजा को बचाने पहुंचे पूर्व महापौर
अंकित ग्वाला और आकाश सोनी की शिकायत के बाद एफआईआर दर्ज कराने की जानकारी के बाद पूर्व महापौर विनोद सोनी भांजा और भतीजों को बचाने पहुंचे। इस दौरान उनके परिजन और समर्थक भी मौजूद थे। यद्यपि पूरे प्रकरक दबाने का प्रयास किया गया। लेकिन बात नहीं बनते देख पूर्व महापौर विनोद सोनी और भाई गोवर्धन सोनी बेटे और भांजा के समर्थन में पुलिस पर काउन्टर एफआईआर दर्ज करने का दबाव बनाया।
थाना प्रभारी परिवरेश तिवारी ने बताया कि फिलहाल तीनों नाबालिग आरोपी हिरासत में है। आरोपियों की तरफ से परिजनों ने भी शिकायत की है। उनकी शिकायत को भी लिया गया है।
दोनों भांजा और भतीजों के खिलाफ शहर के थानों में दर्जनों शिकायत
पुलिस जानकारी के अनुसार पूर्व महापौर विनोद सोनी के दोनों भांजा और भतीजों के खिलाफ तारबाहर, सिविल लाइन और सिटी कोतवाली कों मिलाकर दर्जनों शिकायत दर्ज है। एक भांजा पर तो 307 का भी अपराध दर्ज है। अपराध दर्ज होने के बाद वह फरार चल रहा था। घटना के बाद उसे भी पकड़ लिया गया है।