बिलासपुर– -मस्तुरी पेंशन घोटाला में जिला पंचायत सीईओ ने 16 सचिव और तीन सरपंच को बर्खास्त कर दिया है। मस्तूरी जनपद पंचायत के एक लिपिक को निलंबित किया गया है।
मस्तुरी जनपद में दो करोड पेंशन घोटाले की जांच के बाद जिला पंचायत सीईओ जेपी मौर्य ने दोषी मानते हुए मस्तूरी के 16 सचिव और तीन सरपंचो को बर्खास्त कर दिया है। जनपद पंचायत मस्तूरी की लिपिक गायत्री गुप्ता को भी मामले में संदिग्ध मानकर निलंबित आदेश थमाया गया है।
मालूम हो मस्तूरी जनपद पंचायत में पेंशन राशि में गड़बड़ी की शिकायत के बाद मस्तूरी सीईओ राजकुमार कुर्रे को जांच अधिकारी बनाया गया। रिपोर्ट को देखने के बाद कलेक्टर ने भारी खामियों के मद्देनजर अधिकारियों को जमकर फटकारा। दुबारा जांच का आदेश दिया।
कलेक्टर के सामने पेश पहली रिपोर्ट में दोषियों को बचाने की बात सामने आयी थी। बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा था कि जांच में किसी को क्लीन चिट देने को नहीं गया था। यहां तो जांच अधिकारी सरपंच और सचिव को ही क्लीन चिट दे दिया है। ऐसे में सवाल खड़ा हो जाता है कि गरीबों का दो करोड़ आखिर गया कहां। नाराज कलेक्टर ने जे.पी.मौर्य को दुबारा जांच करने को कहा।
दुबारा जांच और कलेक्टर के आदेश के बाद सीईओ जिला पंचायत जेपी मौर्य ने 16 सचिवों को निलंबन और तीन सरंपचों को बर्खास्त कर दिया है। मस्तूरी जनपद पंचायत लिपिक गायत्री गुप्ता को निलंबित कर दिया है।