बिलासपुर—कांग्रेस से निष्कासित विधायक अमित जोगी ने कांग्रेस नेताओं के अलावा सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं। लगातार मीडिया से बात कर रहे अमित जोगी ने मंगलवार को एक प्रेस कांन्फ्रेंस में फिर राज्य सरकार को घेरा है।उन्होने कहा कि अब छत्तीसगढ़ की अमीर धरती पर अमीर नेता और अमीर अधिकारियों ने कब्जा कर लिया है। गरीबों का यहां सुनने वाला कोई नहीं है। जोगी ने कहा कि किसान आत्महत्या कर रहे हैं। गरीब मजदूरों के बच्चे भूखे मर रहे हैं। जोगी ने पत्रवार्ता में लोकायुक्त को सशक्त बनाने और एसीबी की कार्यवाही को सार्वजनिक करने की मांग की है।
मरवाही सदन में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए मरवाही विधायक जोगी ने कहा कि पिछले 12 सालों में छत्तीसगढ़ घोटालों का गढ़ हो गया है। यहां के अधिकारियों और नेताओं ने सिंडिकेट बनाकर भ्रष्टाचार की जड़ को गहरा किया है। एसीबी दिखावे के लिए कार्रवाई कर रही है। छोटे अधिकारियों को निशाना बनाया जा रहा है। एसीबी चयनात्मक कार्रवाई कर रही है। बड़ी मछलियों को अभयदान दिया जा रहा है। जो अधिकारी और नेता बड़े भ्रष्टाचार कर रहे हैं उन्हें एसीबी संरक्षण दे रही है।
अमित जोगी ने कहा कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ जन कल्याण कोष बनाए और छापेमारी में अधिकारियों से जब्त धन को इसमें जमा करे। उन्होंने कहा कि एसीबी को मंत्रियों के घरों पर भी छापे मारने चाहिए। जब अधिकारियों के यहां से करोड़ों रुपए जब्त हो रहे हैं तो इनके यहां से तो अरबों रुपए मिलेंगे। अमित ने वन मंत्री महेश गागड़ा पर सीधे तौर पर भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने का आरोप लगाया है। अमित ने रायपुर में होने वाले आईपीएल मैचों का भी विरोध किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आईपीएल के पोस्टर ब्वाय बन गए हैं। राज्य सूखे की चपेट में है और सरकार परसदा के क्रिकेट ग्राउंड को रोज तीन लाख लीटर पानी से सींच रही है। जो किसानों को चिढ़ाने जैसा है।
जोगी ने विरोधियों को सलाह दी है कि यदि अमित जोगी किसानों, गरीबों के आंसू पोंछने जाता हैं तो कुछ लोगों के पेट में दर्द होता है। जिनके पेट में दर्द होता है उन्हें उपचार के लिए पुदीन हरा लेना चाहिए। अमित ने विधायको के बढे हुए वेतन को जनता की समस्याओ पर खर्च करने की नसीहत देते हुए नेता प्रतिपक्ष पर निशाना साधा है। अमित ने मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया की ओर इशारा करते हुए कहा कि जब सबसे गरीब विधायक अपना वेतन जनता के लिये खर्च कर सकता है तो 561 करोड़ की सम्पत्ती रखने वाले नेता प्रतिपक्ष का वेतन जनता के लिये खर्च ना करना समझ से परे है।
विधायकों को जबरदस्ती बढ़े हुए वेतन को दान देने के सवाल पर जोगी ने कहा कि मैने प्रदेश के सभी विधायकों से सिर्फ निवेदन किया है। थोपा नहीं है। मैं समझता हूं कि इससे गरीबों का भला होगा। भारत माता की जय की तरह अपने विचारों को किसी पर नहीं थोपा है। जोगी ने भ्रष्टाचार संबधित नियमों मेंं बदलाव करने की मांग करते हुए कहा कि कालेधन के लिए छत्तीसगढ़ राज्य जन कल्याण कोष की स्थापना की जाए। इस कोष में भ्रष्टाचार के विरूद्ध कार्रवाही के दौरान जब्त धन को जमा किया जाए। कोष को जनहित में कार्यों में पबारदर्शिता के साथ खर्च किया जाए।