बिलासपुर— सेन्ट्रल जेल में कैदी जीवनलाल मनहर की मौत के तीन हफ्ते बाद भी पुलिस जांच आगे नहीं बढ़ पाई है। मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। जीवन लाल मनहर मौत मामले में बिल्हा के तत्कालीन एसडीएम अर्जुन सिंह सिसोदिया पर प्रताड़ना का आरोप है।
बिल्हा के ग्राम सेंवती निवासी जीवन लाल मनहर को तत्कालीन सिसोदिया ने तालाब मे बेजा कब्जा करने के आरोप मे 5 अक्टूबर को धारा 116/107 में केन्द्रीय जेल भेज दिया था । जेल मे उसकी संदिग्ध परिस्थितियो में मौत हो गई थी । जीवन लाल के नाक और कान से खून निकलने के निशान थे, जिसके चलते जीवन के बेटे नरेन्द्र कुमार ने जेल में अपने पिता से मारपीट किए जाने का आरोप लगाया था।
जीवन लाल को जब जेल दाखिल कराया गया था तो वह पूरी तरह से स्वस्थ्य था। जेल दाखिल होने के बाद किन परिस्थितियो में जीवन लाल मनहर की मौत हुई, इसका खुलासा अभी तक नही हो पाया है। जांच अधिकारी की मानें तो जीवन लाल के मौत के कारणों को जानने के लिए पुलिस को पोस्ट मार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। इसके बाद ही जांच की दशा और तय हो पाएगी।