बिलासपुर—कांग्रेस नेताओं ने प्रेस नोट जारी कर पेट्रोल डीजल के दाम में बृद्धि का विरोध किया है। प्रदेश कांग्रेस महामंत्री अटल श्रीवास्तव ने कहा कि डीजल पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि से आम आदमी की कमर टूट रही है। मोदी सरकार गरीबों के साथ आंख मिचौली का खेल खेल रही है। क्रूड आयल के अंतरराष्ट्रीय भाव में गिरावट के बावजूद पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ाना जनता के साथ डकैती है।
लगातार आठवें दिन भी पेट्रोल डीजल के दाम में बृद्धि को लेकर कांग्रेस नेताओं ने नाराजगी जाहिरी की है। पेट्रोल डीजल दाम बढने पर प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने कहा है कि आम आदमी के पर बोझ बढ़ा कर मोदी सरकार गरीबों को लूट रही है। सरकार गरीबों को लूटकर कार्पोरेट घराने को खुश कर रही है। उल्टी गंगा बहाने का काम किया जा रहा है।
अटल ने कहा कि ईंधन के दाम बढ़ने से महंगाई बढ़ेगी। सब्जी किराना दैनिक उपयोग की वस्तुओं के दाम बढ़ेंगे। अटल ने बताया इस समय अन्तर्राष्ट्री याजार में क्रूड आयल का दाम औंधे मुंह गिरा है। बावजूद इसके पेट्रोल डीजल महंगा कर लगातार आम आदमी का शोषण किया जा र हा है।
मई 2014 में क्रूड आयल की कीमत 106.85 डाॅलर प्रति बैरल था। आज विश्व बाजार में क्रूड आयल की कीमत 38 डालर प्रति बैरल है । यानि कीमतों में 64 डालर की गिरावट आई है। 1 मई 2014 को पेट्रोल में सेंट्रल एक्साइज 9.20 रूपए प्रति लीटर था । आज पेट्रोल में सेंट्रल एक्साइज बढ़कर 32.98 रूपए प्रति लीटर हो चुका है। 258 प्रतिशत की बढ़ोतरी पेट्रोल में सेंट्रल एक्साइज में की गई है। डीजल में 1 मई 2014 को सेंट्रल एक्साइज 3.46 रूपए प्रति लीटर था। मोदी सरकार ने बढ़ाकर 31.8 रूपए प्रति लीटर कर दिया है। डीजल में सेंट्रल एक्साइज में 819.9 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने कहा कि मोदी सरकार ने क्रूड आयल के अंतरराष्ट्रीय भाव में गिरावट के बावजूद पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ाना जनता के साथ लूट है। कौन किसान है जो डीजल पम्प से अपने खेतों की सिंचाई नहीं करता और ट्रैक्टर से जुताई नहीं करता। डीजल में टैक्स बढ़ाकर मोदी सरकार की किसान विरोधी मानसिकता को जाहिर करता है। जेब से पैसे निकाले जा रहे हैं। स्कूटर मोटरसाइकिल आटो जीप कार चलाने वाले सब को टैक्स बढ़ाकर मोदी सरकार लूट रही है। सबसे ज्यादा दुखद पहलू यह है कि गरीबों से कर ज्यादा लेकर कारपोरेट जगत को फायदा पहुंचा कर मोदी सरकार उल्टी गंगा बहाने में लगी है।