प्रदेश की चार बाल विकास परियोजनाएं जुड़ेंगी मोबाइल एप से

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रायपुर। राज्य सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मोबाइल एप्प तथा टेबलेट के माध्यम से विभागीय सेवाओं के बारे में सूचना के त्वरित प्रसारण और कुपोषण पर निगरानी की ठोस पहल की गई है। इसी कड़ी में आज मंत्रालय महानदी भवन में राज्य सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पुनर्गठित इसनिप परियोजना के तहत केन्द्र सरकार और विश्व बैंक के अधिकारियों के साथ राज्य के संबंधित विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। एकीकृत बाल विकास सेवा में उन्नयन के लिए विश्व बैंक सहायित इसनिप परियोजना के अन्तर्गत पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में प्रदेश के चार बाल विकास परियोजनाओं दुर्ग ग्रामीण, बेरला, तिल्दा और धरसीवां-1 के 850 आंगनबाड़ी केन्द्रों में प्रारंभिक तौर पर सूचना संचार तकनीक (इंफार्मेशन कम्युनिकेशन टेकनालॉजी-रियल टाईम मानिटरिंग) के तहत त्वरित निगरानी की व्यवस्था आरंभ की जा रही है।

                                      कार्यक्रम में दुर्ग जिले की कलेक्टर श्रीमती आर. संगीता, जिला पंचायत रायपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अवनीश शरण, राज्य स्वास्थ्य मिशन के प्रबंध संचालक, सूचना विज्ञान केन्द्र के प्रतिनिधि, महालेखाकार कार्यालय, महिला एवं बाल विकास विभाग, वित्त विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग और चिप्स आदि के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। छत्तीसगढ़ के चार परियोजनाओं दुर्ग ग्रामीण, बेरला, तिल्दा व धरसीवां-1 की 60 पर्यवेक्षकों व चयनित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया और सॉफ्टवेयर एवं एप्प की प्रायोगिक जानकारी प्राप्त करने के साथ ही इस संबंध में सुझाव भी दिए।

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