बिलासपुर। जिला योजना समिति की बैठक आज जिले के प्रभारी एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, संसदीय कार्य मंत्री अजय चन्द्राकर की अध्यक्षता में आयोजित की गई है। बैठक में वर्ष 2016-17 के प्रस्तावित योजनाओं एवं उनके लिए आवश्यक राशि के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। बैठक में श्री चन्द्राकर ने समिति के सदस्यों से कहा कि प्रस्तावित योजनाओं के संबंध में जो सुझाव या संशोधन चाहते हैं, वह दें। कलेक्टर को निर्देशित किया कि जो विषय अभी शामिल नहीं किये जा सके हैं, उन्हें अगली बैठक में शामिल किये जाये। कलेक्टर ने बताया कि जिले में संभावित योजना के लिए लगभग 2000 करोड़ रूपये की आवश्यकताओं का आकलन किया गया है और वर्तमान में लगभग 1300 करोड़ रूपये की राशि उपलब्ध है।
पेयजल के लिए प्राथमिकता से कार्य करने का निर्देश-
बैठक में मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों द्वारा जो भी समस्याएं एवं मांग रखी जाती हैं, उनका निराकरण कर इसकी जानकारी उन्हें दें। मरवाही क्षेत्र में पेयजल और पशुओं की स्थिति पर विशेष ध्यान दिया जाये। मनरेगा के तहत् मजदूरी भुगतान के लिए व्यवहारिक दिक्कतों को दूर कर जल्द से जल्द भुगतान की व्यवस्था की जाये। मरवाही के अतिरिक्त अन्य स्थानों में भी आवश्यकतानुसार मनरेगा के कार्य प्रारंभ करने कहा। कम वर्षा के कारण पेयजल की समस्या को देखते हुए पी.एच.ई.विभाग मुस्तैदी से कार्य करें। जहां भी हैण्डपंप बिगड़ते हैं, उन्हें तत्काल सुधारा जायें।
जिला योजना समिति की बैठक आज जिले के प्रभारी एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, संसदीय कार्य मंत्री श्री अजय चन्द्राकर की अध्यक्षता में आयोजित की गई है। बैठक में वर्ष 2016-17 के प्रस्तावित योजनाओं एवं उनके लिए आवश्यक राशि के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। मंथन सभाकक्ष में आयोजित बैठक में श्री चन्द्राकर ने समिति के सदस्यों से कहा कि प्रस्तावित योजनाओं के संबंध में जो सुझाव या संशोधन चाहते हैं, वह दें। कलेक्टर को निर्देशित किया कि जो विषय अभी शामिल नहीं किये जा सके हैं, उन्हें अगली बैठक में शामिल किये जाये। कलेक्टर ने बताया कि जिले में संभावित योजना के लिए लगभग 2000 करोड़ रूपये की आवश्यकताओं का आकलन किया गया है और वर्तमान में लगभग 1300 करोड़ रूपये की राशि उपलब्ध है।
श्री चन्द्राकर ने समिति के सदस्यों से कहा कि प्रस्तावित योजनाओं के संबंध में जो सुझाव या संशोधन चाहते हैं, वह दें। कलेक्टर को निर्देशित किया कि जो विषय अभी शामिल नहीं किये जा सके हैं, उन्हें अगली बैठक में शामिल किये जाये। कलेक्टर ने बताया कि जिले में संभावित योजना के लिए लगभग 2000 करोड़ रूपये की आवश्यकताओं का आकलन किया गया है और वर्तमान में लगभग 1300 करोड़ रूपये की राशि उपलब्ध है।
बैठक में कलेक्टर अन्बलगन पी. सीईओ जिला पंचायत सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे, नगर निगम आयुक्त श्रीमती रानू साहू, महापौर किशोर राय, जिला पंचायत के अध्यक्ष दीपक साहू, विधायक मरवाही अमित जोगी, बिल्हा विधायक सियाराम कौशिक, मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया, विधायक प्रतिनिधि विजयधर दीवान, ज्ञानेन्द्र उपाध्यक्ष, अरूण सिंह चैहान, संतोष दुबे, जिला पंचायत के सदस्यगण तथा समिति के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के सदस्यगण, विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।