प्रवासी मजदूरों की खुलेेगी किस्मत.. पढ़ें..कलेक्टर मित्तर का प्रयास..खुलने लगा रोजगार का दरवाजा

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—-कलेक्टर सारांश मित्तर के विशेष प्रयास से लाइवलीहुड कालेज बिल्हा में रोजगार कैम्प का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि इस समय दुनिया विपरीत परिस्थितियों से गुजर रही है। हम भी अछूते नहीं है। परेशानियां चारो तरफ है। कोरोना संक्रमण ने विकास की गति को प्रभावित किया है। लेकिन हमें मालूम है कि इन्ही परिस्थितियों के बीच से विकास का नया रास्ता खुलता है। हमें इस रास्ते को तलाश कर आगे बढ़ना है। यात्रा कठिन जरूर है। लेकिन हमारे हौसले कमजोर नहीं है। 
 
                 कलेक्टर मित्तर के निर्देश पर  प्रवासी मजदूरों को रोजगार दिए जाने को लेकर बिल्हा स्थित लाइवलीहुड कालेज में जिले के प्रतिष्ठित उद्योगपति,बड़े बड़े फर्म के संचालक,और जिले के नामचीन बिजनेस टाइकून शामिल हुए।
 
                                उद्योगपतियों और फर्म संचालकों ने कहा कि निश्चित रूप से हालात ठीक नहीं है। लेकिन हमें इन्ही के बीच से आगे बढ़ना है…और बढ़ेंगे भी..। लेकिन यह  किसी के अकेले के दम पर संभव नहीं है। आगे बढ़ने के लिए हमें सबको साथ लेकर चलना होगा.. और हम भी चल रहे हैं।
 
                  कोरोना संक्रमण की मार से दुनिया का कोई भी कोना अछूता नहीं है। आम और खास सभी लोग लहुलुहान है। लेकिन जिन्दगी इसके आगे बहुत अच्छी है। हमें विपरीत परिस्थितियों से निकलना आता है। पूरे विश्वास के साथ हम वर्तमान हालात से बाहर आ भी रहे हैं। समय संगठित प्रयास की जरूरतों की है। क्योंकि हमें अच्छी तरह से मालूम है कि समस्याएं नए अवसर को भी लेकर आती है। बिना हारे हमें इन परिस्थितियों के बीच से ही विकास का रास्ते को तलाशना है। और तेजी के साथ आगे बढ़ना है। 
             
          कोरोना संक्रमण  का सर्वाधिक असर रोजगार पर पड़ा है। हजारों हजार मजदूर दूसरे प्रदेशों से सब कुछ छोड़कर अपने प्रदेश और अपनों के बीच लौटे हैं। लोगों के पास रोजगार नहीं है। समस्या बहुत बड़ी है। समस्या के निदान के लिए ही लाइवली हुड कालेज में रोजगार कैम्प का आयोजन किया गया है।
 
          हमें परिस्थितियों से दो दो हाथ कर बाहर आना है। इसी क्रम में कोविड-19 के कारण लाॅकडाउन के दौरान अन्य राज्यों और जिलों से आए प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने के लिये राज्य सरकार ने  अभिनव प्रयास किया है। यह प्रयास सहयोग के बिना संभव नहीं है।
 
                        कैम्प में 17 प्रवासी मजदूर भी मौजूद थे।  मेसर्स जे.डी.फूड इंडस्ट्री औद्योगिक क्षेत्र सिरगिट्टी ने 12 श्रमिकों को विभिन्न कार्यों में नियोजित करने का एलान किया। साथ ही अन्य उद्योगपतियों और फर्म संचालकों ने भी प्रवासी मजदूरों को सहयोग का वादा किया।

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