प्राचीन संस्कृति और विरासतों को याद रखने की जरूरत-अजय चंद्राकर

Shri Mi
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कुरूद।पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री अजय चंद्राकर ने मंगलवार को कुरूद के खेल मैदान में आयोजित भारतीय संस्कृति एवं राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका विषय पर आयोजित व्याख्यानमाला का शुभारंभ किया।पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री ने शुभारंभ अवसर पर कहा कि क्षेत्रीय असंतुलन से तो आगे बढ़ गए हैं। अब समय आ गया है कि युवा पीढ़ी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की ओर आगे बढ़े। समाज के पारम्परिक मूल्यों को पुनर्जीवित करने पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि धर्म और समाज एक दूसरे के पर्याय हैं। हमने जब-जब भारत की प्राचीन गौरवशाली और सनातन संस्कृति एवं विरासत को भूला, तब-तब देश और मानव मूल्यों का पतन हुआ है। उन्होंने उदारनीति के हवाले से कहा कि इससे इच्छाओं की प्रतिपूर्ति और विकास तो हुए, लेकिन वास्तविक रूप से भारतीय संस्कृति के अनुरूप मूल्यों का विकास नहंीं हो पाया।

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उन्होंने समाज के विकास में अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करने की अपील युवाओं से की। उन्होंने कहा कि अपने जीवन के थोड़ा-थोड़ा योगदान समाज को दें, ताकि राष्ट्र निर्माण में भागीदारी बन सके और आने वाले पीढ़ी उज्जवल हो सके। श्री चंद्राकर ने कहा कि समाज सेवी क्रांति का विकास हो जाए यही हमारा वास्तविक मूल्य है।



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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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