पढ़े जब प्रधानमंत्री मोदी ने किया खुलासा,मैंने बीजापुर को ही क्यों चुना?

Shri Mi
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बीजापुर।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के नक्सल हिंसा पीड़ित  आदिवासी बहुल बीजापुर जिले में जनता की सामाजिक-आर्थिक बेहतरी के लिए हो रहे कार्यों पर खुशी प्रकट करते हुए जिले के सभी जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी है। श्री मोदी ने इस जिले के ग्राम जांगला में आयोजित कार्यक्रम में देश के एक सौ से अधिक आकांक्षी जिलों में बीजापुर का चयन किए जाने के कारणों का भी खुलासा किया। उन्होंने कहा कि ऐसे जिले जो विकास की दृष्टि से कुछ कमजोर हैं तो उन्हें प्रोत्साहन देने पर वे तेजी से आगे बढ़ सकते हैं।

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पीएम मोदी ने कहा मैं बीजापुर को आकांक्षी नहीं, बल्कि महत्वाकांक्षी जिला कहूंगा। अगर सभी जिलों के जनप्रतिनिधि, नागरिक और प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी संकल्प लें तो उनके जिले भी विकास का मॉडल बनकर उभर सकते हैं। श्री मोदी ने कहा- हर जिले की अलग-अलग जरूरतें होती हैं। उन्हें स्थानीय जरूरतों के अनुरूप विकास की रणनीति बनाकर आगे बढ़ना चाहिए। स्थानीय संसाधनों का उपयोग करना चाहिए। छोटे-छोटे कदम विकास की दौड़ आगे ले जाने में सहायक होते हैं। पूरी टीम यहां कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही है।

उन्होंने कहा देश में सौ से ज्यादा ऐसे जिले हैं, जिन पर पिछड़े या कमजोर होने का लेबल लगा हुआ था। इन जिलों को भी विकास में साझीदार होने और वहां के बेटे-बेटियों को भी शिक्षा और कौशल विकास का अधिकार होना चाहिए। इन जिलों के लोगों को भी अस्पताल, स्कूल, पेयजल आदि हर प्रकार की बुनियादी सुविधाएं बेहतर ढंग से मिलनी चाहिए। इसी सोच के साथ हमने देशभर के ऐसे जिलों को आकांक्षी जिलों के रूप में चयनित किया है। बीजापुर सहित ऐसे जिलों को नई सोच और नये एप्रोच के साथ आगे बढ़ना है।

मैंने इस वर्ष जनवरी में इन जिलों के अधिकारियों को बुलाया और उनसे कहा कि इनमें से वह जिला तीन माह के भीतर तेजी से विकास की दिशा में आगे बढ़ेगा, वहां मैं 14 अप्रैल को अम्बेडकर जयंती के अवसर पर आऊंगा। मोदी ने कहा-बीजापुर जिले के अधिकारियों को बधाई देना चाहता हूं, जिन्होंने तीन माह में ये कर दिखाया। यहां से अन्य जिलों को भी प्रेरणा लेने की जरूरत है।

 

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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