बिलासपुर—अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के एक दिन पहले विभिन्न स्कूलों के दर्जन से अधिक बच्चों ने कलेक्टर परिसर में योग प्रदर्शन किया। बच्चों के उम्दा प्रदर्शन की अधिकारियों ने जमकर तारीफ की। माइंड गेम प्रदर्शन ने कलेक्टर का भी ध्यान आकर्षित किया। बच्चों ने योग प्रदर्शन के जरिए संदेश दिया कि मानव और पर्यवारण के बीच योग सेतु का काम करता है। इसके प्रयास से पर्यावरण भी संतुलित रहता है। और मानव जीवन भी खुशहाल होता है।
पानू हलधर के मार्गदर्शन में दर्जन से अधिक बच्चों ने कलेक्टर परिसर में योगाभ्यास किया। इको फ्रेंड क्लब के बच्चों ने उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। बच्चों ने बताया कि योग जीवन को खुशहाल रखने के सबसे सशक्त माध्यम है।प्रकृति से संतुलन के साथ निर्भरता बनाएंगे तो पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचेगा…मानव जीवन भी खुशहाल होगा।
पानू हलधर ने बताया कि वातारवरण तेजी से परिवर्तित हो रहा है। पेड़ों की संख्या लगातार कम हो रही है। आटोमोबाइल्स की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। पेड़ पौधों को काटा जा रहा है। कांक्रीट के जंगल दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं। योग प्रदर्शन के माध्यम से बच्चों ने लोगों को संदेश देने का प्रयास किया है कि जल और कल के लिए पर्यावरण के साथ संतुलन बनाकार चलना जरूरी है। हलधर ने बताया कि योग पर्यावरण मानव के बीच सेतु की तरह है।
नियमित व्यायाम और प्रकृति से मिलने वाले तोहफे को संतुलन के साथ उपयोग करें तो कोई कारण नहीं है कि पर्यावरण को लेकर चिंता की जरूरत हो। बच्चों ने योगप्रदर्शन के साथ प्रकृति संरक्षण को लेकर डिस्प्ले का भी प्रदर्शन किया। पानी,पेड़ बचाने का संदेश दिया। जरूरतों पर लगाम और वायु,मृदा और ध्वनि प्रदूषण से बचने के उपाय भी बताए।
योगाभ्यास के दौरान सभी बच्चे काले कपड़े और चेहरे पर सफेद रंग पोता रखा था। हलधर ने बताया कि 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस है।