बिलासपुर–निगम के पंप आपरेटर अब जल सुरक्षा पहरी कहलाएंगे। पंप आपरेटरों का काम न सिर्फ पानी आपूर्ति करना और पंप चलाना है। बल्कि जल की शुद्धता की जांच के साथ उसकी बर्बादी पर भी नजर रखना है। शनिवार को जल विभाग अधिकारियों और कर्मचारियों की बैठक में यह बातें मेयर किशोर राय ने कही। बैठक में खासकर नगर निगम पंप आपरेटर मौजूद थे।
बैठक में मेयर किशोर राय ने पंप आपरेटरों को जल सुरक्षा पहरी संबोधित कर नया नाम दिया। उन्होने कहा कि पंप आपरेटर अब न सिर्फ पानी आपूर्ति , पंप चालू या बंद करने का कार्य करेंगे, बल्कि क्षेत्र में पानी की समस्या, घरों में पर्याप्त पानी की उपलब्धता, पाइप लिकेज के साथ शुद्धता की पर भी नजर रखेंगे। मेयर किशोर राय ने कहा कि बरसात में अक्सर पानी की शुद्धता पर सवाल उठते हैं। इसलिए स्वच्छ और शुद्ध पानी की सप्लाई निगम की पहली प्राथमिकता है। अब यह काम जल सुरक्षा पहरी करेंगे।
मेयर ने कहा कि भूमिगत जल को बढ़ाने और वर्षा जल को संरक्षित करने के उपाए खोजने होंगे। निगम स्तर पर सभी घरों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने पर जोर दिया जा रहा है। जल को संरक्षित करने सुझाव भी जल सुरक्षा पहरी से मांगे गए। जल विभाग कार्यपालन अभिंयंता आरके मिश्रा ने कहा कि नगर निगम अंतर्गत 490 पंप घरों को आपरेटर संचालित कर रहे हैं। उन्हें नई जिम्मेदारी दी गई है। अब पंप आपरेट करने के साथ संबंधित क्षेत्र में पाइप लाइन लिकेज, अवैध कनेक्शन, पाइप विच्छेदन या फिर टुल्लू पंप लगाकर पानी का दुर्पयोग किया जा रहा हो ऐसे मामलों की प्रतिदिन रिपोर्ट देंगे। इसके बाद संबंधित इंजीनियरों को भेज कर तत्काल कार्रवाई कराई जाएगी। बैठक में निगम के जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी और आपरेटर बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
समय पर ही मिलेगा पानी
बैठक में सभी जल सुरक्षा पहरी को निर्देश दिया गया कि जल की आपूर्ति के लिए किसी भी तरह के दबाव को नहीं माना जाएगा। सुबह और शाम तय समय पर ही जल की आपूर्ति शहर के घरों में होगी। इसके बाद किसी भी के कहने पर पानी की सप्लाई नहीं की जाएगी। अगर ऐसा करते पाया गया तो संबंधित जल सुरक्षा पहरी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
प्रदेश में पहला प्रयोग
पम्प आपरेटरों को जल सुरक्षा पहरी के रूप में नाम देना प्रदेश में पहला प्रयोग है। इससे जल संकट से निपटने में काफी कुछ सहायता मिलेगी। पानी की बरबादी पर विराम लगेगा। मेयर किशोर राय ने शहरवासियों से जल संरक्षण करने और जल के दुरपयोग पर रोकने लगाने की बात कही।