बिलासपुर—- हवाई सुविधा जन आंदोलन अखंड धरना के 92 वें दिन रेलवे संघर्ष समिति पण्डरिया धरना स्थल पहुंचकर प्रदर्शनकारियों का उत्साहवर्धन किया। वक्ताओं ने एक सुर में हवाई सेवा सुविधा दिए जाने की मांग की है।
वक्ताओं ने कहा पण्डरिया कभी बिलासपुर जिले का हिस्सा था। वर्तमान में चकरभाठा एयरपोर्ट रायपुर माना एयरपोर्ट के मुकाबले लगभग 70 किलोमीटर कम दूरी पर है। इसलिए हम चाहते हैं कि चकरभाठा एअरपोर्ट से हवाई सुविधा का होना बहुत जरूर है। बेशक हम रायपुर संभाग का हिस्सा क्यों ना हों।
सभा को संबोधित करते हुये रेलवे संघर्ष समिति पण्डरिया के अध्यक्ष आशीष जैन ने कहा कि जब छत्तीसगढ राज्य बना था। बिलासपुर में राजधानी बनाने की मांग थी। उस वक्त हाई कोर्ट देकर कहा गया कि बिलासपुर के विकास में रायपुर की तुलना में कोई भी कमी नहीं होने दी जायेगी । आज 19 साल बाद यह आश्वासन झूठा साबित हुआ है और छत्तीसगढ का विकास केवल रायपुर में केन्द्रित होकर रह गया है। रेलवे संघर्ष समिति के सचिव शिवसहाय गुप्ता ने कहा यदि हम बिलासपुर का सर्वांगीण विकास चाहते है तो हमें हवाई सुविधा बिलासपुर की एक महत्वपूर्ण और मजबूत कडी है। एक तरफ हम बिलासपुर को स्मार्ट सिटी के रूप में देखने का अनर्गल सपना देखते है। दूसरी तरफ हमारे शहर की जनता एक हवाई सुविधा से दूर रखना चाहते हैं। यह विरोधाभास नही तो और क्या है।
रेलवे संघर्ष समिति पण्डरिया के ही राजकुमार टण्डन और अयोध्या प्रसाद सोनी ने कहा कि हम भले ही रायपुर संभाग का हिस्सा है। लेकिन हमारे लिए बिलासपुर अधिक सुविधाजनक हैं। मांग के समर्थन में जिला कांग्रेस कवर्धा के सचिव नवीन जायसवाल ने बताया कि राज्य निर्माण के पहले बिलासपुर में वायुदूत की हवाई सुविधा थी। सुविधा विस्तार की बजाय वंचित रखा गया है। ऐसा दुव्र्यवहार केवल बिलासपुर के साथ ही क्यो किया जा रहा है। समझ से परे है।
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति की तरफ से देवेन्द्र सिंह बाटू ने कहा कि एसईसीएल अकेले ही 1000 करोड रूपये से अधिक की राॅयल्टी बिलासपुर संभाग से राज्य सरकार को दे रही है। इसी तरह केन्द्र सरकार को भी राजस्व मिल रहा है। बिलासपुर एयरपोर्ट का 4सी केटेगरी में विकास के लिए कोई भी कमी नहीं होनी चाहिए। रेल सेवा संघ की ओर से शामिल होने वाले सदस्यो में अभिषेक चौबे, रामकुमार जायसवाल, पालन सिंह, नरेन्द्र सोनी, अनुराम सिंह, योगेन्द्र शर्मा-नीलू, संजय शर्मा, हेमन्त सिंह, विकास नायक प्रमुख रूप से शामिल हुए।