बिलासपुर मे बनेगा सौ सीटर वुमेन हॉस्टल

Shri Mi
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13934802_1831086663773589_7905958494855774819_n♦‘पारंपरिक स्ट्रीट लाइट्स’ की जगह ‘एल.ई.डी. लाइट’
♦बिलासपुर के राज्य खेल प्रशिक्षण केन्द्र मे मिलेगी एथलेटिक्स की सुविधा
♦बिलासपुर रेलवे में कार्यरत लक्ष्मीरानी मांझी को दी शाबाशी
रायपुर।मुख्यमंत्री ने सोमवार सुबह राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउण्ड में ध्वजारोहण के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस, होम गार्ड, छत्तीसगढ़ विशेष सशस्त्र बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल के जवानों तथा एन.सी.सी., एनएसएस और भारत स्काऊट-गाईड के विद्यार्थियों की संयुक्त परेड की सलामी ली। पहली बार परेड में झारखण्ड पुलिस बल के जवानों ने भी हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री ने खुले वाहन में सवार होकर परेड मैदान में उपस्थित जनसमुदाय का अभिवादन किया। समारोह में स्कूली बच्चों ने देशभक्तिपूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मनमोहक प्रस्तुति दी।
मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर प्रदेश की जनता को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि  आजादी का महत्व समझने के लिए, उन वीरों के बलिदान को समझना होगा, जिनकी नजरों में भारत माता की आन-बान और शान से बड़ा कुछ भी नहीं था।

                                            13924887_1831086533773602_8842115868132352348_nमुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर राजधानी के पुलिस परेड ग्राऊण्ड में आयोजित मुख्य समारोह में प्रदेश की जनता को सम्बोधित करते हुए ’बस्तर नेट’ परियोजना शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि भौगोलिक परिस्थितियों के कारण बस्तर में  मोबाइल तथा इंटरनेट सेवा से पहुंच और सम्पर्क बनाने की जरूरत है, जो बस्तर के सभी सातों जिलों को एकसूत्र में जोडेगा। इस परियोजना के तहत 40 करोड़ रूपए की लागत से 832 किलोमीटर लम्बे ‘ऑप्टिकल फाइबर केबल’ बिछाए जाएंगे। यह नेटवर्क ‘रिंग पद्धति’ से निर्मित होने के कारण वैकल्पिक मार्गों से निर्बाध मोबाइल और इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान कर सकेगा।डॉ रमन ने कहा कि यह बस्तर में राज्य सरकार का ‘डिजिटल हाइवे’ होगा, जो ज्ञान-आधारित समाज, अवसर और अर्थव्यवस्था के विकास की नई क्रान्ति लाने में सहायक होगा, इससे शासकीय सेवाओं में पारदर्शिता, तीव्रता तथा जवाबदेही भी बढ़ेगी।

                                          मुख्यमंत्री ने कहा कि हम खेल को भी युवाओं के कैरियर निर्माण का एक माध्यम बना रहे हैं। क्रिकेट तथा हॉकी के लिए अन्तरराष्ट्रीय स्तर के स्टेडियमों पर अन्तरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं आयोजित हो रही हैं। खेलों को बढ़ावा देने के लिए राज्य में हॉकी, बॉस्केट बाल, तीरंदाजी, महिला कबड्डी, नौकायन और जूडो की अकादमी खोली जा चुकी है। टेनिस की अकादमी रायपुर में खोली जा रही है तथा बिलासपुर में भी एक राज्य खेल प्रशिक्षण केन्द्र निर्माणाधीन है, जिसमें एथलेटिक्स तथा अन्य खेल की सुविधाएं होंगी।
यह गौरव का विषय है कि इस बार रियो ओलंपिक में राजनांदगांव में जन्मी व पली-बढ़ी रेणुका यादव हॉकी तथा बिलासपुर में रेलवे में कार्यरत लक्ष्मीरानी मांझी को तीरंदाजी के जौहर दिखाने का अवसर मिला। बेटियों की यह उपलब्धि अपने आप में ऐतिहासिक तथा अभूतपूर्व है। मुझे विश्वास है कि इससे हमारे राज्य के युवाओं का उत्साह और बढ़ेगा।

                                      मुख्यमंत्री ने कहा कि शहादत का ऋण चुकाया नहीं जा सकता, बल्कि शहीदों के सपने पूरे करना, आने वाली पीढ़ियों का कर्तव्य होता है। आजादी मिलने के बाद सात दशकों के सफर में देश ने विकास का लम्बा सफर तय किया, लेकिन उसकी दिशा और दशा के कारण सभी को समान रूप से न्याय नहीं मिला। वर्ष 2003 से लगातार मिले जनादेश से वास्तव में हमें छह दशकों की निराशा को खत्म करने और चौमुखी विकास करने का अवसर मिला। अब छत्तीसगढ़ अपने विकास की तेज गति और विकास में सबको भागीदार बनाने की अपनी पहल के लिए पहचाना जाता है।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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