बिलासपुर। संभागायुक्त सोनमणि बोरा ने शुक्रवार को बिलासपुर जिले के ग्राम पचपेड़ी के संत गुरूघासीदास महाविद्यालय में आयोजित वार्षिक स्नेह सम्मेलन के समापन समारोह में छात्र-छात्राओं को संबोधित कर रहे थे। समापन समारोह में छात्र-छात्राओं को संबोधित कर रहे थे।संभागायुक्त श्री बोरा ने महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं से कहा कि आज भी गुरूकुल परंपरा में विश्वास रखते हैं। पहले पेड़ों के नीचे शिक्षा ग्रहण करते थे, आज भवन बन गये हैं। उन्होंने लक्ष्य प्राप्ति के लिए एकलव्य का उदाहरण देते हुए बच्चों को प्रोत्साहित किया। श्री बोरा ने कहा कि ज्ञान अर्जन करना हमारी मकसद होना चाहिए। महात्मा गौतमबुद्ध को भी पेड़ के नीचे दिव्य ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। उन्होंने कहा कि आज हर कोई अपने व्यक्ति को निखारने में लगा रहता है, जबकि व्यक्तित्व विकास के साथ चरित्र निर्माण आवश्यक है। व्यक्ति में संस्कार अपने परिवार से भी मिलता है। आधा-अधूरा ज्ञान हित में नहीं है।
संभागायुक्त श्री बोरा ने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विशेष जोर देते हुए कहा कि बेटियां पढ़ेगी तो समाज तेजी से विकास करेगा। चूंकि बेटियां दो कुलों को संस्कार देती हैं। उन्होंने ग्राम पचपेड़ी में जायसी परिवार द्वारा स्थापित संत गुरूघासीदास महाविद्यालय की सराहना करते हुए कहा कि मंदिर बनाना आसान है, लेकिन विद्या का मंदिर स्थापित करने में काफी मेहनत करना पड़ता है। कार्यक्रम में संत डाॅ. व्यास नारायण द्विवेदी ने अपने संबोधन में कहा कि हमें अपने संस्कृति को बचाना जरूरी है। इसके लिए मंच के साथ ही गांव की गलियों में भी इसका प्रदर्शन होना चाहिए।