बैंक घोटालाःग्रामीणों ने की निष्पक्ष जांच की मांग

BHASKAR MISHRA
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hgfhdghdfdhghबिलासपुर— सेमरताल के ग्रामीणों ने कलेक्टोरेट का घेराव किया। आक्रोशित ग्रामीणों ने बचत बैंक घोटाला में निष्पक्ष जांच की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि मामले में जांच कर रहे कोनी थानाध्यक्ष और विवेचक की भूमिका संदिग्ध है। इसलिए प्रशासन से अनुरोध है कि सेमरताल बैंक घोटाला किसी निष्पक्ष एजेसी को सौंपा जाए।

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                 सेमरताल के ग्रामीणों ने आज कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर बैंक घोटाले की जांच किसी निष्पक्ष एजेंसी को सौंपने की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि बचत बैंक घोटाले की जांच कर रही कोनी पुलिस की भूमिका काफी संदिग्ध है। मालूम हो कि सेमरताल सहकारी बैंक समिति ने तकरीबन 2 करोड़ 85 लाख का घोटाला किया है। किसान पिछले दो महीने से अपने जमा रूपयों के लिए चक्कर काट रहे हैं। आक्रोशित ग्रामीणों ने एनसीपी के बैनर तले नेहरू चौक पर धरना प्रदर्शन भी किया। भूख हड़ताल से कई लोगों की तबीयत भी खराब हुई।

                      मामले को संज्ञान में लेते हुए प्रशासन ने जांच का आदेश दिया। जिसमें दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। आज सेमरताल के आक्रोशित ग्रामीणों ने कलेक्टर को लिखित में पत्र सौंपकर निष्पक्ष जांच की मांग की है। आंदोलन का समर्थन कर रहे एन.सी.पी जिलाध्यक्ष ने बताया कि पहले भी जिला प्रशासन ने मामले जल्द से जल्द कार्रवाई करने को कहा था। 22 दिनों के बाद भी ग्रामीणों को न्याय नहीं मिला है।

                 जिला अध्यक्ष ने बताया कि अभी तक ग्रामीणों को ना तो पैसा मिला है ।और ना ही घोटाले के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई हुई है। एनसीपी जिलाध्यक्ष ने बताया कि कोनी थाना प्रभारी और मामले के विवेचक के खिलाफ एस.पी से शिकायत हमने की है। आनेवाले दिनों में यदि कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती है तो वे लोग उग्र आंदोलन करेंगे।

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