बिलासपुर—संभागायुक्त सोनमणि बोरा ने स्वास्थ्य और पोषण के लिए अन्तर्विभागीय समन्वय से कार्य करने का निर्देश दिया है। उन्होंने संस्थागत प्रसव एवं टीकाकरण में अपेक्षित प्रगति नहीं होने पर तखतपुर, बिल्हा, मस्तूरी एवं कोटा के एसडीएम व खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है।
मंथन सभाकक्ष में संभागायुक्त ने जिले के आला अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने चिरायु योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य एवं महिला एवं बाल विकास विभाग को मिलकर कार्य करने को कहा। ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित अशासकीय आश्रमों, शालाओं में भी पढ़ने वाले बच्चों को चिरायु योजना से जोड़ने को कहा।
योजना क्रियान्वयन में शार्टकट नहीं रखने और बच्चों को हेल्दी लाईफ स्टाईल के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिये। टीकाकरण के लिए 100प्लस का लक्ष्य बनाकर उसकी पूर्ति के लिए विशेष ध्यान देने कलेक्टर को कहा। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर विभिन्न रिक्त पदों की भर्ती समय पर की जाये। जिससे स्वास्थ्य कार्यक्रम प्रभावित न हो। आंगनबाड़ी में लम्बे समय से रिक्त पदों पर शीघ्र भर्ती करने का कहा।
पी.डब्ल्यू.डी. के तहत् बनाएं गए भवन जिन्हें अबतक विभागों द्वारा अपने अधिकार में नहीं लिया गया है, उनका टेकओवर 15 दिन के भीतर लेकर आपसी समन्वय के साथ काम करने का निर्देश दिया। तुर्काडीह पुल में मरम्मत की जानकारी लेते हुए जांच रिपोर्ट के लिए कलेक्टर को निर्देश दिये। संभागायुक्त ने निःशक्तजनों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए संचालित स्वयं योजना के क्रियान्वयन की भी जानकारी ली।
बोरा ने के्रडा के कार्यों की समीक्षा की और बड़े कार्यालयों में सोलर सिस्टम से विजली व्यवस्था करने के निर्देश दिये। इसकी शुरूआत नगर निगम से की जायेगी। बैठक में बोरा ने बिलासपुर में यातायात और पार्किंग के लिए योजना बनाकर कार्य करने और नियम को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए जो मुहिम चालू किया गया है उसे नियमित बनाएं रखें।
बैठक के दौरान पुरातत्व और नापतौल के अधिकारी अनुपस्थित नजर आए। वोरा ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिया।
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